Pahalgam Terror Attack Updates: पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने को आदेश दिया गया था। पाकिस्तानी नागरिक वाघा-अटारी बॉर्डर के जरिये भारत छोड़ रहे हैं। वाघा-अटारी बॉर्डर पर मौजूद चेतन ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरा डर का माहौल है। ये वाकया सुन मेरे मम्मी-पापा की तबीयत खराब हो गई है।

चेतन ने समाचार न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘मैं जनवरी में भारत में आया था। मेरा विजिट वीजा था। उसके बाद में यहीं पर रह गया था। अहमदाबाद में हमारे रिश्तेदार हैं। बात यह थी कि अब जैसे हालात हैं उसके हिसाब से मन में एक खौफ हुआ कि पता नहीं क्या हो। हमारे बच्चे और मां- बाप सब पाकिस्तान में हैं। ये वाकया सुनकर मम्मी-पापा की तबीयत भी खराब हो गई। इसकी वजह से मैं फिर वापस जा रहा हूं। मेरे बच्चे उधर हैं तो परेशानी हो गई। भगवान जाने क्या हो या नहीं। जो भी हुआ है वह बहुत ही खराब हुआ है। यह सब होना नहीं चाहिए था। इस सब में हम परेशान हो रहे हैं। कुछ लोगों के ऐसा करने के बाद दोनों देशों की अवाम परेशान है। मेरी शादी पाकिस्तान में ही हुई है।’

पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार का बड़ा फैसला

पाकिस्तानी नागरिकों के देश से नहीं जाने पर क्या होगा?

गृह मंत्रालय ने पिछले हफ्ते सभी राज्यों को निर्देश दिया था कि वे अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद पाकिस्तानी लोगों की पहचान करें और यह सुनिश्चित करें कि वे तय समय सीमा के अंदर भारत को छोड़ दें। खुद गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के सीएम को फोन किया था और केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और DGPs के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करके बात भी की थी। राज्यों को यह भी कहा गया कि जो पाकिस्तानी नागरिक समय सीमा का पालन नहीं करते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। पाकिस्तानियों ने भारत नहीं छोड़ा, तो उन्हें गिरफ्तार कर केस चलाया जाएगा। उन्हें तीन साल जेल या तीन लाख रुपए जुर्माना या फिर दोनों की सजा हो सकती है।

क्यों हो रही है पाकिस्तानी नागरिकों पर सख्ती?

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और कई सख्त कदम उठाए थे। भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सेना, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांक्षित घोषित कर दिया। इन्हें एक हफ्ते के अंदर भारत छोड़ने के लिए कहा गया था। भारत ने किया हुक्का-पानी बंद