मॉब लिंचिंग के खिलाफ मुस्लिम धर्मगुरू की एक विवादित पहल चर्चा का विषय है। शिया मुस्लिम धर्मगुरु ने कल्वे जवाद ने रविवार को ऐलान किया कि मुस्लिमों की आत्मरक्षा के लिए एक कैंप का आयोजन किया जाएगा। जहां पर हथियारों कैसे चलाया जाए और इसका लाइसेंस कैसे लिया जाए, इसकी बाकायदा ट्रेनिंग दी जाएगी। इस कैंप में मुसलमानों को हथियार के लिए एक फॉर्म भरवाया जाएगा इसके लिए तारीख का फी ऐलान कर दिया गया है।

न्यूज चैनल आज तक के मुताबिक मुस्लिम धर्म गुरु कल्बे जवाद ने कहा कि उनका उद्देश्य सुरक्षा है और इस कैंप में न सिर्फ मुसलमान बल्कि इसके अलावा क्रिश्चियन और ग़रीब हिंदू भी हिस्सा ले सकते हैं। जवाद ने कहा कि लोगों की सुरक्षा का काम सरकार को है लेकिन यह एक निजी सुरक्षा को लेकर एक छोटा सा कदम है। आगामी 26 तरीख को लखनऊ में मॉब लिंचिंग से बचने की ट्रेनिंग दी जाएगी।

बीते दिनों में एक बार फिर एक बाद एक मॉब लिंचिंग की कई घटनाएं सामने आई हैं। मॉब लिंचिंग में मुसलमानों के मारे जाने की खबरें सामने आने के बाद सियासत भी गर्मा चुकी है। अभी कुछ ही दिनों पहले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने कहा था कि देश का मुसलमान 1947 के बंटवारे की सजा भुगत रहा है। उनके पूर्वज पाकिस्तान नहीं गए लिहाजा उन्हें अब इसकी सजा भुगतनी पड़ रही है।