उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में शुक्रवार को एक मुस्लिम पति-पत्नी को उनके हिंदू पड़ोसियों ने इसलिए पीटकर मार डाला की उनके  बच्चों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। मृतकों की पहचान राजेयपुर गांव निवासी अब्बास और उनकी पत्नी कमरुल निशा के रूप में की गई है। सीतापुर के पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने कहा कि उन पर शैलेन्द्र जयसवाल ने हमला किया था।

क्या है पूरा मामला? 

यह मामला तब सामने आया था जब अब्बास के बेटे शौकत का शैलेन्द्र जयसवाल की बेटी के साथ प्रेम प्रसंग सामने आया था। हालांकि शौकत को   को लड़की के अपहरण के आरोप में जेल भेज दिया गया था, जो उस समय नाबालिग थी। पुलिस ने कहा कि शौकत के इस सप्ताह जेल से लौटने के बाद दोनों परिवारों के बीच विवाद फिर से शुरू हो गया था। 

शुक्रवार को जयसवाल के परिवार ने अब्बास और निशा पर लोहे की छड़ों से हमला किया और उनके सिर पर चोट लगने से उनकी मौत हो गई। पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और एक फरार व्यक्ति की तलाश कर रही है।  पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार घटना के बाद गांव में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। दंपत्ति के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच शुरू हो गई है।  एसपी ने बताया कि शनिवार को शैलेन्द्र जायसवाल, पल्लू और अमरनाथ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शेष आरोपियों की तलाश जारी है। इसके पहले एसपी ने शुक्रवार को बताया था कि हरगांव थाना क्षेत्र के राजेयपुर गांव में पड़ोसियों द्वारा लाठी और सरिया से किए गए हमले में 50 वर्षीय अब्बास और उनकी पत्नी कमरुल निशा की मौत हो गई।

गांव के लोगों ने क्या कहा?

विवाद कुछ साल पहले शुरू हुआ जब अब्बास का बेटा अपने पड़ोसी परिवार की एक लड़की के साथ भाग गया। “ग्रामीणों के अनुसार, मृतक दंपत्ति के बेटे शौकत और रामपाल की बेटी रूबी के बीच प्रेम प्रसंग था। शौकत ने साल 2020 में रूबी का अपहरण कर लिया था. उस वक्त रूबी नाबालिग थी और पुलिस ने मामला दर्ज कर शौकत को जेल भेज दिया था। जून में उसने रूबी का फिर से अपहरण कर लिया और उससे शादी कर ली थी।