डिजीटलीकरण से पुलिस व्यवस्था की कार्यकुशलता बढ़ने का जिक्र करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि मुंबई में 6000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने की मुंबई नगर निगरानी परियोजना अगले साल 26.11 की बरसी से पहले पूरी हो जाएगी।
दक्षिण मुंबई में कोलाबा से वर्ली तक पहले चरण की परियोजना का शुभारंभ करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सीसीटीवी नेटवर्क से अपराध रोकथाम, त्वरित कार्रवाई, खोज, अभियोजन और दोषसिद्धि में तेजी आएगी।
उन्होंने कहा, ‘परियोजना के तीनों चरण पूरा हो जाने के बाद शत प्रतिशत कमांड और नियंत्रण प्रणाली एकीकण होगा। आंकड़ों के एकीकरण से हम अपराध से निबटने के लिए एक समग्र रणनीति बना पाएंगे।’
पहले चरण में 1381 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। शहर में सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी लगाने की पूरी परियोजना पर 949 करोड़ रुपए खर्च आने की संभावना है। फड़णवीस ने कहा, ‘मेरी सरकार का प्रयास प्रभावी पुलिस व्यवस्था के लिए प्रौद्योगिकी सहयोग से मानवश्रम का इष्टतम इस्तेमाल सुनिश्चित करना है। हमारी अक्तूबर, 2016 की समय सीमा से पहले तीनों चरण पूरा करने की योजना है। अगले वर्ष 26.11 की बरसी से पहले पूरा शहर डिजीटल कैमरा निगरानी के अधीन होगा।’
उन्होंने कहा, ‘फिलहाल दुनियाभर में प्रयास स्मार्ट सिटी बनाने का है। स्मार्ट सिटी का एक अभिन्न हिस्सा है कि वह सुरक्षित होना चाहिए। यदि शहर सुरक्षित नहीं है तो वह स्मार्ट नहीं हो सकता।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा उपायों के सिलसिले में चुनौतियां काफी हैं और उससे बस मानवश्रम से निबटना मुश्किल है। और प्रौद्योगिकी सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी शहर डिजीटल निगरानी में लाए जाएंगे। पुणे सीसीटीवी नेटवर्क के अंतर्गत लाया जाने वाला पहला शहर है।