यूपी विधानसभा चुनाव में सत्ता से दूर रहने के बाद सपा के कुछ मुस्लिम नेता विरोध के सुर छेड़ने लगे हैं। बता दें कि आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत खान उर्फ शानू और संभल सांसद शफीकुर्रहमान ने अखिलेश यादव की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं। वहीं शिवपाल यादव भी बगावती तेवर दिखा रहे हैं। ऐसे में पार्टी की इस स्थिति के बीच 14 अप्रैल को सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव मैनपुरी में पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने पहुंचे थे।
इस दौरान अखिलेश यादव ने अपने पिता संग सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। मैनपुरी पार्टी कार्यालय में हुई इस मीटिंग में शामिल सपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि मुलायम सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। उन्होंने कहा कि आप लोगों को भाजपा से डरने की जरुरत नहीं है।
मीटिंग में शामिल एक सपा नेता ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए बताया कि बैठक में नेताजी ने कार्यकर्ताओं को हौसला दिया और कहा कि 165 सीटें जो 200 से 5 हजार के अंतराल पर सपा हारी है, वो सत्ता के इशारे पर प्रशासन ने बेइमानी करके जीती है।
वहीं एक दूसरे नेता ने बताया कि मीटिंग में मुलायम सिंह यादव ने जेल भरो आंदोलन की बात कही है। उन्होंने महंगाई, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सड़कों पर उतरने का संदेश दिया और इन मुद्दों पर जेल भरो आंदोलन के लिए तैयार रहने को कहा है।
मीटिंग में शामिल सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन करने आये थे। इसके अलावा सपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के खिलाफ हम आवाज उठाएंगे। सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि अखिलेश यादव और मुलायम सिंह जमीनी स्तर के नेता हैं और महिलाओं, नौजवानों, किसानों के लिए आवाज उठाते रहेंगे।
बता दें कि मैनपुरी में पार्टी कार्यालय पर अखिलेश यादव से जब मीडिया ने शिवपाल यादव के भाजपा में जाने पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है लेकिन मैं बधाई देता हूं कि भाजपा परिवारवाद को खत्म कर रही है।