सऊदी अरब ने फरवरी में भारत के लिए वार्षिक हज कोटे में 25 प्रतिशत की वृद्धि की जिससे यह 2 लाख हो गया। इंडोनेशिया के बाद भारत का हज कोटा सबसे ज्यादा रखा गया है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से संभव हो पाया।
उन्होंने इंडिया टीवी न्यूज चैनल के ‘आपकी अदालत’ कार्यक्रम में बताया कि ‘हर मुसलमान के लिए हज पर जाना एक सपना होता है। पहले भारत का हज कोटा एक लाख 35 हजार के आसपास था। मैंने पीएम मोदी से कहा था कि ये बहुत कम है जबकि चार लाख के आसपास मुसलमान हज के लिए अप्लाई करते हैं। तो आपको सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से बात करके इसे बढ़ावाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा जब सऊदी क्राउन प्रिंस भारत दौरे पर आए थे तो मैं, विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज और पीएम मोदी हज कोटे को लेकर उनके साथ बैठक कर रहे थे। मैंने पीएम से कहा कि सऊदी किंग से कम से कम 1 लाख 80 हजार हज कोटा करवा दीजिए। मुझे लगा था कि वह भारत को पाकिस्तान से ज्यादा कोटा नहीं देंगे। लेकिन जब उन्होंने पीएम से पूछा कि आपको कितना कोटा चाहिए तो उन्होंने तुरंत कह दिया की कम से कम 2 लाख। तो प्रिंस क्राउन ने तुरंत हां (डन) कहा दिया।’
नकवी ने बताया ‘कोटा बढ़ने के बाद भारत ने हज कोटे के मामले में पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया है। पाकिस्तान का हज कोटा लगभग 1 लाख 82 हजार के आस-पास है। भारत सिर्फ एशिया में इंडोनेशिया से ही पीछे है जिसका हज कोटा 2 लाख 15 हजार है।’
बता दें कि मोदी सरकार बनने के बाद हज कोटे में तीन बार बढ़ोतरी हो चुकी है। 2017 में भारतीय हज कोटा 1.35 लाख से बढ़कर 1.70 लाख और 2018 में बढ़कर 1.75 लाख किया गया था। तीसरी बार कोटा बढ़ने के बाद हज यात्रा पर जाने वालों में बिना “मेहरम” (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाने वाली 2340 मुस्लिम महिलाएं भी शामिल होंगी।