एनकाउंटर पॉलिटिक्स पर बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि दंगाइयों की कुटाई देशहित के लिए जरूरी है। उन्होंने यहां तक समाज की व्यापक भलाई के लिए ठुकाई जरूरी हो जाती है। उनका यह बयान उस समय आया है जब यूप में एक बार फिर एनकाउंटर का मामला गरमा गया है। असल में बहराइच मामले में आरोपी को एनकाउंटर में घायल करने को लेकर विवाद खड़ा हुआ है।
एनकाउंटर पर नकवी की दो टूक
सपा प्रमुख अखिलेश यादव, AIMIM प्रमुख ओवैसी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए राज्य की योगी सरकार को निशाने पर लिया है। तर्क दिया जा रहा है कि न्याय प्रक्रिया को पूरी तरह ध्वस्त करने की साजिश हो रही है। लेकिन इस विवाद के बीच ही पूर्व मंत्री नकवी ने राज्य सरकार का खुलकर बचाव किया है। उन्होंने दंगाइयों के खिलाफ सख्त एक्शन की वकालत की है। यहां तक बोला है कि सुरक्षा-सौहार्थ से युक्त किसी भी समाज के लिए जरूरी है और यह राज्य सरकार की भी जिम्मेदारी रहती है।
बहराइच में क्या हुआ था?
जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले बहराइच में हिंसा देखने को मिली थी। शोभा यात्रा के दौरान जब एक विशेष समुदाय की तरफ से पथराव हुआ, संघर्ष की स्थिति बन गई और गोलीबारी भी देखने को मिली। उसी गोलीबारी में राम गोपाल नाम के शख्स की मौत हुई, उसके शरीर पर चोट के कई दूसरे निशाने भी देखे गए। उसके बाद ही यूपी की कानून व्यवस्था सवालों में आ गई थी और मुद्दे पर राजनीति शुरू हुई।
योगी राज में ज्यादा एनकाउंटर?
उसके बाद पुलिस ने कई आरोपियों की धरपकड़ की और एनकाउंटर में दो को घायल भी किया। उसके एनकाउंटर के बाद से ही बहस छिड़ गई कि योगी राज में मुठभेड़ की घटनाएं काफी ज्यादा बढ़ चुकी हैं। यह अलग बात है कि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सबसे ज्यादा एनकाउंटर मुलायम सरकार के दौरान हुए थे, दूसरे नंबर पर मायावती का कार्यकाल आता है और फिर तीसरे पायदान पर वर्तमान सरकार की बारी आती है।