अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपने नए स्वच्छ ऊर्जा कारोबार के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए तैयार है। कंपनी अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। पिछले हफ्ते कंपनी की 44 वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने उल्लेख किया कि समूह ने गुजरात के जामनगर में 5,000 एकड़ में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स के विकास पर काम शुरू कर दिया है।
रिलायंस वर्तमान में उच्च वेतन पर कई मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और कार्यकारी सहायकों (ईएएस) को नियुक्त कर रहा है। रिलायंस का मुकाबला गौतम अडानी की अक्षय ऊर्जा कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी से होगा। गौरतलब है कि अडानी ग्रीन ने 2025 तक खुद को दुनिया की टॉप सोलर कंपनी बनने का टारगेट रखा है। रिलायंस ने कई फर्मों को स्वच्छ ऊर्जा व्यवसाय के विविध क्षेत्रों से विशेषज्ञों की भर्ती करने के लिए कहा है। इसके अलावा, कंपनी ने इनमें से प्रत्येक व्यवसाय के लिए एक योजना तैयार करने में सहायता के लिए प्रबंधन परामर्श फर्म मैकिन्से को नियुक्त किया है।
इस मामले से परिचित एक अज्ञात व्यक्ति ने कहा, “वरिष्ठ स्तर की नियुक्तियां अभूतपूर्व स्तर पर हैं, जिसमें कई सीईओ और ईए नियुक्त किए जा रहे हैं। स्वच्छ ऊर्जा विशेषज्ञों की भर्ती करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है…कुछ मध्य पूर्व में और कुछ भारत में तैनात हैं।”
उद्योग के अंदरूनी सूत्रों का हवाला देते हुए, बताया कि स्टर्लिंग एंड विल्सन के द हाइब्रिड एनर्जी स्टोरेज (HES) व्यवसाय के सीईओ दीपक ठाकुर और हिंदुजा रिन्यूएबल्स के सीईओ कपिल माहेश्वरी आरआईएल में शामिल हो गए हैं।
अन्य भारी भर्तियों में अडानी समूह के पूर्व कार्यकारी अंशुल खंडेलवाल शामिल हैं, जो फरवरी में आरआईएल की नई ऊर्जा के लिए रणनीतिक प्रमुख के रूप में आए थे, और मॉर्गन स्टेनली के पूर्व कार्यकारी निदेशक करण सूरी भी हैं, जो मई में आरआईएल के रणनीति और योजना विभाग में शामिल हुए थे।
जबकि खंडेलवाल और सूरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी नई नियुक्ति के बारे में बताया है, ठाकुर की प्रोफाइल में अभी भी स्टर्लिंग और विल्सन में उनकी पहले की नियुक्ति का उल्लेख है। अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि मैकिन्से के अधिकारी अलग-अलग आरआईएल स्थानों से काम कर रहे हैं, न केवल प्रारंभिक लक्ष्य तैयार कर रहे हैं बल्कि अगले 3-5 वर्षों में स्वच्छ ऊर्जा व्यवसाय के लिए फुलप्रूफ रणनीति भी तैयार कर रहे हैं।
इस बीच, मानव संसाधन उद्योग में एक अनाम वरिष्ठ कार्यकारी ने बताया कि कई वरिष्ठ कर्मचारियों को दिए जाने वाले वेतन पैकेज 3 करोड़ रुपये से अधिक हैं।