सोमवार को दिग्गज अरबपति मुकेश अंबानी के कंपनी रिलायंस को एक दिन में 66000 करोड़ का झटका लगा। यह झटका रिलायंस और सऊदी अरामको के बीच रद्द हुए सौदे के बाद लगा है। दोनों कंपनियों के बीच डील रद्द होने पर शेयरधारकों के बीच निराशा का भाव आने की वजह से शेयरों में भारी गिरावट हुई।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सोमवार को बीएसई पर 4.2% की गिरावट के साथ 2368.20 रुपए के स्तर पर पहुंच गए। इससे कंपनी का मार्केट कैप 66,000 करोड़ रुपये घट गया। जानकारों के अनुसार रिलायंस के ऑयल टू केमिकल बिजनेस का वैल्यूएशन 75 अरब डॉलर माना जा रहा था  जिसमें अब बदलाव हो सकता है। हालांकि इससे कंपनी की बैलेंस शीट पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।   

साल 2019 में दोनों कंपनियों के बीच करार हुआ था। इसके तहत सऊदी अरामको को रिलायंस के ऑयल टू केमिकल में 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदनी थी। इसकी कुल कीमत 1.11 लाख करोड़ रुपए से अधिक थी। दोनों कंपनियों के बीच हुआ करार पिछले दो साल में काफी आगे भी बढ़ा था। रिलायंस ने अरामको के चेयरमैन एच. अल-रुमायान को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर भी बनाया था।

लेकिन पिछले दिनों दोनों कंपनियों ने इस डील को रद्द करने का फैसला किया। बीते शुक्रवार को रिलायंस ने बयान जारी कर कहा कि ऑयल टु केमिकल बिजनेस को ग्रुप के दूसरे बिजनेस से अलग करने का जो फैसला लिया गया था उसे वापस लिया है। दोनों कंपनियों ने बदलते माहौल को देखते हुए इसे रद्द करने का फैसला किया है।

वहीं अरामको ने भी रविवार को बयान जारी कर कहा कि भारत लंबे समय अंतराल के दौरान विकास का जबरदस्त अवसर प्रदान करता है। हम व्यापार के लिए संभावित भागीदारों के साथ नए और मौजूदा व्यावसायिक अवसरों का मूल्यांकन करना जारी रखेंगे। साथ ही कंपनी ने यह भी कहा कि रिलायंस और हमारे बीच का रिश्ता काफी पुराना है और हम आने वाले समय में निवेश के अवसरों की संभावना जरूर तलाशेंगे।