भारत ने रविवार को ओडिशा के बालासोर में मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया। इसकी जानकारी डीआरडीओ द्वारा दी गई। यह डिफेंस सिस्टम भारतीय सेना का हिस्सा है। डीआरडीओ ने कहा कि मिसाइल परीक्षण रविवार, सुबह 10.30 बजे किया गया।

डीआरडीओ ने बताया कि इस परीक्षण में मिसाइल ने बहुत दूरी पर स्थित अपने लक्ष्य को सीधे भेद लिया था। इसके पहले, 23 मार्च को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में एक परीक्षण किया गया था, जिसमें भारत ने सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। इस मिसाइल ने भी अपने लक्ष्य को सीधे भेद लिया था।

वहीं, 11 जनवरी को भारतीय वैज्ञानिकों ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। आधुनिक सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के नये संस्करण का भारतीय नौसेना के गुप्त तरीके से निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत से सफल परीक्ष किया गया था। डीआरडीओ के मुताबिक, मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य पर सफलतापूर्वक निशाना साधा था।

भारत लगातार रक्षा क्षेत्र में अपना विस्तार कर रहा है और इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ा रहा है। केंद्र सरकार देश के डिफेंस इंपोर्ट को घटाने और एक्सपोर्ट को बढ़ाने बढ़ाने पर जोर दे रही है। पिछले दिनों लोकसभा में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने जानकारी दी थी कि 2014-15 में भारत ने 1941 करोड़ के हथियार का निर्यात किया था। जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में 11,607 करोड़ रुपए के हथियार का निर्यात किया है।

हथियार निर्यात में 6 गुना हुआ है इजाफा

पिछले 8 सालों में भारत के हथियार निर्यात में 6 गुना इजाफा हुआ है। पिछले सालों में केंद्र सरकार ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 तक डिफेंस एक्सपोर्ट बढ़ाकर 36,500 करोड़ रुपए करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सिपरी द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने साल 2011 से साल 2020 के बीच,डिफेंस बजट पर खर्च को 76 फीसदी तक बढ़ाया है।