MP Rajya Sabha Candidate: भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए पांच उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने एमपी से चार उम्मीदवारों को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। डॉ. एल मुरुगन को बीजेपी ने दोबारा चांस दिया है। वहीं, इस बार तीन नए चेहरों पर पार्टी ने दांव लगाया है। एमपी में जिन तीन नए प्रत्याशियों पर बीजेपी ने भरोसा जताया है उनमें उमेश नाथ महाराज, माया नारोलिया और बंसीलाल गुर्जर शामिल हैं।
राष्ट्रीय राजनीति में इन नेताओं की भले ही कोई अच्छी पहचान ना हो। लेकिन एमपी के लोगों में इनका अच्छा प्रभाव है। बीजेपी ने इसके जरिये सियासी समीकरण साधने की कोशिश की है। आइए जानतें है कि बीजेपी ने इन तीनों नए चेंहरों पर क्यों दांव लगाया और ये तीनों एमपी की राजनीति में किस तरह का प्रभुत्व रखते हैं।
उमेश नाथ महाराज
उज्जैन स्थित वाल्मिकी धाम आश्रम के पीठाधीश्वर उमेश नाथ महाराज को बीजेपी ने इस बार उच्च सदन भेजने का निर्णय लिया है। वह वाल्मिकी समाज से ताल्लुक रखते हैं। मालवा-निमाड़ के क्षेत्र में उमेश नाथ महाराज की अच्छी पेठ है। साथ ही, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से काफी नजदीकियां मानी जाती हैं। शिवराज सिंह चौहान से लेकर मोहन यादव तक बाबा के आश्रम में जाते रहे हैं। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मोहन भागवत उनसे आशीर्वाद लेते हुए दिखाई दिए थे।
माया नारोलिया कौन हैं
बीजेपी ने एमपी की राजनीति में महिलाओं को भी साधने की कोशिश की है। बीजेपी ने माया नारोलिया को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। माया नारोलिया बीजेपी की महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं। वह पार्टी के लिए काफी लंबे समय से काम कर रही हैं। बीते साल एमपी विधानसभा चुनाव में महिला की भूमिका से बीजेपी को काफी फायदा पहुंचा था। हालांकि, वह पहले विवादों में भी फंस चुकी हैं। उन पर अपने रिश्तेदार को नौकरी देने के आरोप लगे थे।
बंसीलाल गुर्जर पर लगाया दांव
वहीं, बंसीलाल गुर्जर को बीजेपी ने राज्यसभा जाने का अवसर दिया है। वह गुर्जर समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। बंसीलाल गुर्जर बड़े किसान नेता और बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष हैं। एमपी के मंदसौर के रहने वाले बंसीलाल ने करीब तीन दशक पहले राजनीति में एंट्री की थी। उन्होंने सरपंच का पद जीता था। बंसीलाल का प्रभाव गुर्जर समाज और किसानों के बीच काफी अच्छा माना जाता है।