मध्य प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर राज्य विद्युत कंपनी के अधिकारियो ने चमगादड़ों को जिम्मेदार ठहराया है। अधिकारियों ने दावा किया है कि राज्य के कई हिस्सों, खासकर भोपाल में बिजली की सप्लाई लाइन में गड़बड़ी चमगादड़ों की वजह से हो रही है। वे कहते हैं कि बिजली की आपूर्ति लाइनों पर लटकने वाले चमगादड़ शॉर्ट सर्किट का कारण बनते हैं, जिसकी वजह से आउटेज होता है। राज्य सरकार के अधिकारियों द्वारा दिए गए इस बयान पर विपक्षी भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर निशाना साधा है और कहा कि इस तरह के बहाने देने के बजाय, बिजली विभाग और राज्य सरकार को जिम्मेदार तरीके से काम करना चाहिए। वहीं, कांग्रेस ने दावा किया कि राज्य में कोई संकट नहीं है क्योंकि मध्य प्रदेश में बिजली प्रर्याप्त मात्रा में है।
राज्य के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि बिजली के ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड हैं। बिजली कटौती की समस्या के मुख्य वजह चमगादड़ नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “14 जून को भोपाल में समीक्षा बैठक के दौरान, बिजली कंपनी के एक अधिकारी ने कहा था कि आपूर्ति लाइनों पर लटकने वाले चमगादड़ों की वजह से गड़बड़ी हो रही है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह एक प्रमुख वजह है। जिस अधिकारी ने बिजली कटौती के पीछे की वजह चमगादड़ को बताया, मैंने उसकी जमकर खिंचाई की। मैंने अधिकारी को सप्लाई लाइन की मरम्मत करने को कहा। यह काम पहले ही हो चुका था। मैंने अधिकारियों से पर्यावरणीय मंजूरी के बाद उन क्षेत्रों में अल्ट्रासोनिक डिवाइस को इंस्टॉल करने पर विचार करने के लिए कहा जहां चमगादड़ समस्याएं पैदा कर रहे हैं।”
मंत्री ने आगे कहा, “कुछ स्थानों पर गिलहरी भी समस्या पैदा कर सकती हैं। लेकिन ये प्रमुख कारण नहीं हैं। गड़बड़ी की मुख्य वजह ओवरलोडेड पॉवर ट्रॉसफार्मर हैं। कई सालों से पॉवर सप्लाई लाइन की मरम्मत नहीं की गई थी। मैंने अधिकारियों को सप्लाई लाइन की उचित रख-रखाव करने का निर्देश दिया।”
मध्य प्रदेश सेंट्रेल पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रवक्ता मनोज द्विवेदी ने कहा, “भोपाल में ऊपरी झील के आसपास बिजली की आपूर्ति लाइनों में गड़बड़ी के कारण चमगादड़ बताए गए थे। बिजली की आपूर्ति लाइनों पर चमगादड़ों के लटकरने की वजह से बड़े पैमाने पर शॉर्ट-सर्किट होता है। कंपनी ऐसे मामलों में इन्सुलेशन का काम करती है।”
वहीं, इस मामले पर भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल कहते हैं कि भोपाल में पहले भी चमगादड़ थे लेकिन बिजली की आपूर्ति निर्बाध रूप से होती थी। उन्होंने कहा, “कई तरह के बहाने बनाने से अच्छा है कि बिजली कंपनी और सरकार जिम्मेदारी के साथ काम करे। क्या कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद चमगादड़ों का जन्म हुआ है?”