देश में एक वेबसाइट पर कई फेमस मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाने का आरोप लगा है। इस वेबसाइट पर 100 से ज्यादा मुस्लिम महिलाओं के नाम मौजूद थे। काफी विवादों के बाद बुली बाई नाम के इस ऐप पर अब कार्रवाई होती दिख रही है।
पत्रकारों से लेकर पायलट तक कांग्रेस नेता से लेकर जेएनयू के लापता छात्र की मां तक - ये उन 100 से अधिक मुस्लिम महिलाओं में शामिल हैं, जिनका नाम इस नीलामी वाली वेबसाइट पर मौजूद है। यह वेबसाइट छह महीने पहले ही बना है। इसके लिए इंटरनेट होस्टिंग प्रदाता, गिटहब का प्रयोग किया गया है। इस मामले में दिल्ली, नोएडा या गुड़गांव में पुलिस ने अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है।
इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित महिलाओं ने निराशा व्यक्त की है। एक पत्रकार, जिनकी शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है, उन्होंने कहा- “एक जनवरी को जब मैंने अपने न्यू ईयर के दिन आए एक मैसेज को ओपेन किया तो उसमें जो फोटो थी, वो मेरी फोटो थी। जिसमें लिखा था कि मैं ‘दिन की बुल्ली बाई’ हूं। मैं चौंक गई, यह आश्चर्य की बात नहीं थी क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। लेकिन हम सब पिछले एक साल में बहुत कुछ झेल चुके हैं, हम दूसरी लहर के आघात से मुश्किल से ही उबर पा रहे हैं। मैं वास्तव में वर्ष की शुरुआत अच्छे तरीके से करनी चाहती थी, लेकिन यह सोचकर हैरानी हुई कि कोई वर्ष के अंतिम दिन भी हमें नीचा दिखाने के लिए बैठा हुआ था। सबसे चिंताजनक बात यह है कि पिछली बार कई एफआईआर दर्ज की गई थीं, इसके बारे में संसद में बात की गई थी, महिला आयोग ने संज्ञान लिया था। इसके बाद भी कोई सही कार्रवाई नहीं हुई।”
इनमें से एक कांग्रेसी नेता ने कहा- “मैं स्तब्ध थी… यह सब फिर से हो रहा था। ये अनजान आदमी हमारे लिए रेट पर चर्चा करते हैं, हमें नीलाम करते हैं और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं… मैंने मई में भी शिकायत दर्ज कराई थी, जब पुरुषों का एक समूह यूट्यूब पर हमारी तस्वीरें पोस्ट कर रहा था और ‘मनोरंजन’ जारी रखने के लिए अन्य पुरुषों से पैसे मांग रहा था। मैं आघात में थी और फिर मैंने (पहले के गिटहब मामले) के लिए एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी; मैंने दिल्ली पुलिस को सारे सबूत मुहैया कराए थे, लेकिन उन्होंने कभी मेरी मदद नहीं की”।
पांच साल से अधिक समय से लापता जेएनयू की एक छात्रा की मां को फोन आए और बताया गया कि उनका भी नाम वेबसाइट पर दर्ज है। उन्होंने कहा कि वह इसे नजरअंदाज कर रही हैं। उन्होंने कहा- “इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। ये लोग घटिया और नीच हरकत करके लोकप्रिय होना चाहते हैं। मैं सिर्फ एक मां हूं जो अपने बच्चे को न्याय दिलाने की कोशिश कर रही हूं। जो लोग अपनी मां का सम्मान करते हैं, वे ऐसा कभी नहीं कर सकते”।
एक पायलट, जिन्होंने पिछली बार की घटना के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा- “मैंने सोचा था कि मुझे न्याय मिलेगा लेकिन यूपी पुलिस ने कभी मुझे पूछताछ के लिए भी नहीं बुलाया। मैंने कई बार जांच अधिकारी को फोन किया लेकिन सब बेकार रहा। उन लोगों ने अब एक और पेज बनाया है। जब मैंने स्क्रीनशॉट देखा, तो मैं चौंक गई और रोने लगी…वे ऐसा करते रहेंगे क्योंकि वे हमारी आवाज़ को चुप कराना चाहते हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है। शायद यह काम कर रहा है… मुझे अब कमजोरी महसूस हो रही है। मैं काम पर नहीं जाना चाहती और मैं सो नहीं पा रही हूं। मैं सोचती रहती हूं कि उन्होंने मेरी फोटो का इस्तेमाल क्यों किया”।