देश में इस साल भी मानसून देर से दस्तक देगा। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है। मौसम विभाग के अनुसार, आम तौर पर केरल में मानसून एक जून को पहुंच जाता है लेकिन इस बार मानसून केरल पूरे 4 दिन की देरी से पहुंच रहा है। इसका मतलब है कि इस साल केरल में मानसून 5 जून को आएगा। बता दें कि बीते 15 सालों से केरल में मानसून आने की जो तारीख मौसम विभाग द्वारा बतायी गई हैं, उनमें से सिर्फ साल 2015 को छोड़कर बाकी सभी तारीखें लगभग सही साबित हुई हैं।
साल 2015 में मौसम विभाग ने केरल में मानसून आने की तारीख 30 मई बतायी थी लेकिन असल में उस साल केरल में मानसून 5 जून को पहुंचा था। इसके बाद के सालों में मौसम विभाग की तारीखों और मानसून असल में आने की तारीखों में सिर्फ एक-दिन का ही अंतर रहा है। बीते पांच सालों में मानसून तीन बार देरी से केरल पहुंचा है।
केरल में जहां इस साल 4 दिन की देरी से मानसून पहुंचेगा, वहीं उत्तर भारत में इस साल मानसून पहुंचने में पूरे 10 दिन की देरी हो सकती है। राजस्थान की बात करें तो आमतौर पर यहां मानसून 15 जून के लगभग पहुंच जाता है लेकिन इस साल यह राजस्थान में 25 जून के करीब पहुंचेगा।
जयपुर के मौसम केन्द्र के निदेशक का कहना है कि राजस्थान में भले ही इस साल मानसून 10 दिन की देरी से पहुंचेगा, लेकिन इस बार इसकी विदाई में भी देरी होगी और लगभग 12 दिन की देरी से मानसून राजस्थान से विदा लेगा।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, भारत में मानसून 15-16 मई को अंडमान निकोबार पहुंच सकता है। इस दौरान अंडमान निकोबार में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। इसके बाद अंडमान निकोबार से होता हुआ मानसून केरल के तट पर 5 जून तक दस्तक देगा। इस बीच उत्तर भारत में प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं और लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है।
हालांकि 15 मई के बाद पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ सकती है। यूपी, बिहार, पंजाब और हरियाणा आदि राज्यों में इस दौरान तापमान में तेज वृद्धि दर्ज की जाएगी।