Monkey Lok Sabha Chamber MP Lobby: संसद परिसर में शुक्रवार को एक “घुसपैठिए” ने सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ सांसदों के लिए भी चुनौती खड़ी कर दी। दरअसल, एक बंदर को लोकसभा कक्ष के बाहर गलियारे और बाद में सांसदों की लॉबी में घूमते देखा गया।
सूत्रों का कहना है कि बंदर संभवतः भवन के किसी एक द्वार से घुसा होगा, क्योंकि नई संसद में पुराने संसद की तरह खुले गलियारे नहीं हैं। जैसे ही बंदर को देखा गया, सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर खदेड़ दिया, लेकिन इससे पहले वह सांसदों की लॉबी में सोफे पर कूद चुका था। सूत्रों का कहना है कि पुरानी इमारत में बंदरों का दिखना आम बात थी, लेकिन शुक्रवार को नई इमारत में इस तरह की पहली घटना हो सकती है।
संसद भवन स्थित एमपी लॉबी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक बंदर सोफे पर बैठा हुआ नजर आ रहा है। इतना ही नहीं, बंदर लॉबी के भीतर उछल-कूद करता भी नजर आया। इसी लॉबी में अगल-बगल के सोफों पर कुछ लोग भी बैठे नजर आ रहे हैं। इन्हीं में से किसी शख्स ने संसद भवन के भीतर बंदर की मौजूदगी का वीडियो बना लिया और इसे वायरल कर दिया। बताया जा रहा है कि बंदर ने किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। वहीं वीडियो को लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
जानकारी के मुताबिक घटना शुक्रवार दोपहर को हुई तब हुई जब संसद में केंद्रीय बजट पर चर्चा चल रही थी। यह पहली बार नहीं है जब बंदर संसद परिसर में घुसे हैं। पिछले साल जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान संसद में बंदरों को घुसने से रोकने के लिए नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) ने लंगूरों के कट-आउट लगाए थे, ताकि बंदर लंगूर से डरकर परिसर में न घुसे।
बता दें, संसद भवन की लॉबी से पानी टपकने को लेकर जब विपक्ष ने निशाना साधा तो इस पर लोकसभा सचिवालय की तरफ से बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया, ‘यह उल्लेखनीय है कि ग्रीन पार्लियामेंट के कॉन्सेप्ट को ध्यान में रखते हुए लॉबी सहित भवन के कई हिस्सों में कांच के गुंबद बनाए गए हैं, ताकि संसद के दिन के कार्यों में प्राकृतिक रोशनी का इस्तेमाल किया जा सके। बुधवार को भारी बारिश के दौरान, भवन की लॉबी के ऊपर कांच के गुंबदों को चिपकने वाला पदार्थ थोड़ा हट गया था, जिससे लॉबी में पानी का मामूली रिसाव हुआ। हालांकि, समस्या का समय पर पता चल गया और तुरंत सुधारात्मक उपाय किए गए। इसके बाद पानी का कोई रिसाव नहीं देखा गया। मकर द्वार के सामने जमा पानी भी जल्दी निकल गया।’