तिहाड़ जेल के अधिकारियों के लिए नई समस्या पैदा हो गई है। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को ज्यादा सुविधाएं देने के खिलाफ जेल में बंद दो हाईप्रोफाइल कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। जेल प्रशासन के रवैये के खिलाफ बिगुल फूंकने वालों में गंभीर अपराध में जेल में बंद मोहम्मद शाहबुद्दीन और नीरज बवाना शामिल है। दोनों ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। नीरज बवाना ने कुछ दिनों पहले ही दिल्ली की एक अदालत को पत्र लिखकर कैदियों को बेहतर भोजन और दवाई मुहैया न कराने की शिकायत की थी। गैंगस्टर ने कोर्ट में दिए आवेदन में कहा था कि सुविधाओं में सुधार न होने की स्थिति में वह खाना-पीना त्याग कर भूख हड़ताल पर बैठ जाएगा। उसने आवेदन की प्रति सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, दिल्ली हाई कोर्ट और पुलिस महानिदेशक (कारागार) को भी भेजा था। वहीं, सीवान जेल से तिहाड़ ट्रांसफर किए गए राजद के पूर्व बाहुलबली सांसद शाहबुद्दीन भी भूख हड़ताल पर बैठ गया है। इन दोनों का आरोप है कि जेल प्रशासन इसी जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को ज्यादा सुविधाएं दे रहा है।

शाहबुद्दीन की याचिका पर दिल्ली पुलिस से जवाब तलब: राजद के पूर्व सांसद शाहबुद्दीन ने तिहाड़ जेल प्रशासन के रवैये के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी भी दाखिल कर दी थी। हाई कोर्ट ने अब इस मसले पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। बाहुबली को सीवान के तेजाब हमला कांड समेत अन्य गंभीर मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है। उसे वर्ष 2016 में जमानत मिली थी, लेकिन पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में शाहबुद्दीन को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में सीबीआई चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है। पूर्व सांसद को पहले सीवान जेल में रखा गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उसे तिहाड़ में ट्रांसफर कर दिया गया था। शाहबुद्दीन पर जेल के अंदर से मामले को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया था। उसे अब तक 10 मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है, जबकि दर्जनों मामले अब भी लंबित हैं। जमशेदपुर में दिन दहाड़े तीन लोगों की हत्या के बाद शाहबुद्दीन का नाम सुर्खियों में आया था। तीनों कांग्रेस से जुड़े थे। उसे दो बार विधायक और चार बार सांसद चुना जा चुका है।