प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन किया। यह संग्रहालय दिल्ली स्थित तीन मूर्ति भवन में है। प्रधानमंत्री संग्रहालय में देश के सभी प्रधानमंत्रियों के कार्यों का प्रदर्शन किया गया है और इसे आम लोग भी देख सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने संग्रहालय का मुआयना भी किया और उसके बाद संबोधन भी दिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सभी प्रधानमंत्रियों के द्वारा किए गए कार्यों के प्रदर्शन को देखा भी। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी, मनमोहन सिंह के कार्यों के प्रदर्शन स्थल के पास पहुंचे।
जब प्रधानमंत्री मोदी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यों का प्रदर्शन देख रहे थे, उसी समय की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में बड़े स्क्रीन पर मनमोहन सिंह है जबकि प्रधानमंत्री मोदी उनके कार्यों को देख रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्वीर को लेकर टि्वटर पर काफी दिलचस्प कमेंट कर रहे हैं। दुर्गेश सिंह चौहान नाम के टि्वटर यूजर ने लिखा कि, “सबसे काबिल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी थे।”
अश्विन नाम के ट्विटर यूजर ने प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर कमेंट करते हुए लिखा कि, “जब भारत के प्रधानमंत्री सिख और राष्ट्रपति मुसलमान थे,तब ना हिन्दू खतरे में था ना देश। इसका कारण दोनों शिक्षित होने के साथ ज्ञानी भी थे।” मराठा पाठक नाम के टि्वटर यूजर ने लिखा की, “कांग्रेसियों ने कभी लीडर नहीं माना इन्हें और आप विश्व नेता की संज्ञा दे रहे हो मित्र?”
वहीं आयुष नाम के टि्वटर यूजर ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा कि, “प्रचार मंत्री तस्वीर देखते हुए- बेचारा विद्वान लेकिन सीधा-साधा बेवकूफ था इसलिए कम बोलता था और काम ज्यादा करता था। मैं होशियार तानाशाही का सरदार पिछले 8 सालों से 24×7 सिर्फ और सिर्फ बोलता हूं। सुनकर देश की जनता और अंधभक्त भी खुश और कुछ करने की जरूरत ही नहीं पड़ती।”
प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से अपील की कि वह आए और प्रधानमंत्री संग्रहालय में पूर्व प्रधानमंत्रियों के कार्यों को देखें। पीएम ने कहा कि, “देश के हर एक प्रधानमंत्री ने संविधान को पूर्ण करने में अपना योगदान दिया है। जब लोग यहां आएंगे तो वह देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान से रूबरू होंगे और उनके संघर्ष को जानेंगे। आने वाली पीढ़ी को सीख मिलेगी कि किस-किस पृष्ठभूमि से आकर प्रधानमंत्री बनते रहे हैं। हमारे बहुत से प्रधानमंत्री साधारण परिवार से आते थे।”