मोदी सरकार में देश में एक्सप्रेसवे को लेकर खूब काम हुआ है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसकी विपक्षी नेता भी तारीफ करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार अपने भाषणों में इसका जिक्र करते रहते हैं कि किस प्रकार से उनकी सरकार ने देश में कनेक्टिविटी को सुधारा है।
प्रधानमंत्री के सलाहकार तरुण कपूर ने कहा है कि देश के किसी भी हिस्से में 50 से 100 किलोमीटर के दायरे में कोई-न-कोई एक्सप्रेसवे होगा। तरुण कपूर ने 20वें भारत-अमेरिका शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। तरुण कपूर ने कहा, “हमारा इरादा लोगों को 50 से 100 किलोमीटर के दायरे में एक्सप्रेसवे तक पहुंच मुहैया कराने का है।” हालांकि उन्होंने देश में एक्सप्रेसवे का इतना व्यापक नेटवर्क खड़ा करने की कोई समयसीमा नहीं दी।
तरुण कपूर ने देश भर में एक्सप्रेसवे संपर्क मुहैया कराने के बारे में कहा कि यह काम मुश्किल है लेकिन हम उस दिशा में आगे बढ़ते रहेंगे। तरुण कपूर ने कहा, “हम सामान की ढुलाई के लिए काफी हद तक सड़क परिवहन पर ही निर्भर रहे हैं। फिलहाल 25 प्रतिशत माल ढुलाई ही रेलवे के जरिये होती है। ऐसे में सरकार ने एक्सप्रेसवे जैसी बेहतर सड़कें बनाने की कोशिश की है जहां हादसे कम हों और रफ्तार बढ़े।”
तरुण कपूर ने आगे कहा कि देश का सड़क नेटवर्क इस समय करीब 90,000 किलोमीटर लंबा है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क बेहतर करने की जरूरत पर भी बल दिया। इसके साथ ही उन्होंने औद्योगिक उत्पादन केंद्रों को बंदरगाहों से सड़क के जरिये जोड़ने की भी वकालत की।
बता दें कि अभी देश में सबसे लंबे एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे का काम चल रहा है। यह एक्सप्रेस 594 किलोमीटर लंबा होगा। इस एक्सप्रेसवे पर 18 फ्लाईओवर होंगे, जबकि 12 टोल प्लाजा होंगे।
बन रहा देश का पहला 8 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे
बता दें कि दिल्ली में द्वारका एक्सप्रेस वे भी बन रहा है और इसका काम लगभग पूरा हो चुका है। जल्द ही इस एक्सप्रेसवे को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद दिल्ली के लोग 2 घंटे में जयपुर तक की यात्रा कर सकेंगे। बता दें कि यह देश का पहला 8 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे है और इसके निर्माण में 9000 करोड़ रुपए का खर्च आया है।