Special Protection Group (SPG) द्वारा पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दी जाने वाली सुरक्षा की समीक्षा करने के बाद सरकार को कुछ ‘चिंताजनक खामियों’ के बारे में पता चला है। अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी द इंडियन एक्सप्रेस को मिली है। राहुल गांधी की विभिन्न यात्राओं की डिटेल्स की समीक्षा करने के बाद अधिकारियों को पता चला कि साल 2015 से मई 2019 तक राहुल गांधी ने 1892 मौकों पर दिल्ली में बिना बुलेट रेसिसटेंट (BR) गाड़ी के सफर किया। यानी अमूमन हर रोज एक बार ऐसा हुआ। इसी समयावधि में (जून 2019 भी सम्मलित) गांधी ने 247 मौकों पर दिल्ली के बाहर बिना BR व्हीकल के सफर किया।
सूत्रों के मुताबिक, 2005 से लेकर 2014 तक राहुल गांधी 18 मौकों पर देश के विभिन्न हिस्सों में BR व्हीकल के बिना गए। सरकारी सूत्रों का कहना है कि राहुल ने अपने विदेश दौरों पर एसपीजी सुरक्षा लेने में कभी दिलचस्पी नहीं दिखाई। 1991 से वह करीब 156 विदेश दौरों पर जा चुके हैं। हालांकि, इनमें से 143 यात्राओं पर वह एसपीजी को साथ नहीं ले गए। कुछ अधिकारी राहुल के इस रवैए को ‘प्रोटोकॉल का उल्लंघन’ मानते हैं, वहीं कुछ का कहना है कि एसपीजी एक्ट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं, जो सुरक्षा पाने वाले शख्स को अपने साथ विदेश दौरों पर भी एसपीजी कवर रखने के लिए बाध्य करता हो।
एक अधिकारी के मुताबिक, ‘एक्ट के मुताबिक, हिफाजत पाने वाले शख्स को हर वक्त सुरक्षा घेरे में रहना पड़ता है। कहां-कहां सिक्योरिटी कवर लेना पड़ता है, इस पर कुछ नहीं कहा गया है। ऐसे में यह मान लिया जाता है कि यह नियम विदेश दौरों पर भी लागू होता है।’ अधिकारियों के मुताबिक, भले ही सुरक्षा प्राप्त शख्स को हर वक्त सिक्योरिटी घेरे में रहना पड़ता हो, लेकिन उन्हें कुछ राहत भी मिलती है। मसलन- कई बार सुरक्षा प्राप्त शख्स एसपीजी कवर लेने से इनकार करता है जब वह अपने बच्चों को स्कूल या कॉलेज छोड़ने या एडमिशन करवाने जाता है।
एक अधिकारी के मुताबिक, सुरक्षा कवर वाले शख्स की प्राइवेसी का ध्यान रखा जाता है और ऐसा विदेश यात्राओं के दौरान भी होता है। बहुत सारे देश तो अपने यहां हथियार ले जाने की इजाजत ही नहीं देते। ऐसे सभी हालात के लिए पहले से तैयारियां की जाती हैं। बिना हथियारों की सुरक्षा के लिए भी ड्रिल किए जाते हैं। बता दें कि इस वक्त एसपीजी सुरक्षा सिर्फ चार लोगों पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल और बेटी प्रियंका गांधी को ही मिलती है। 2019 के चुनाव के बाद पूर्व पीएम डॉक्टर मनमोहन सिंह की सुरक्षा वापस ले ली गई थी। उन्हें अब जेड प्लस सुरक्षा मिलती है।

