2017 विधानसभा चुनावों की तैयारियों के लिए पार्टियों में मची गहमागहमी के बीच पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंच गए हैं। वहीं पीएम बनने के बाद मोदी पहली बार लखनऊ जाएंगे। उनका यह कदम राजनीतिक तौर पर बेहद अहम माना जा रहा है। वे अंबेडकर महासभा के दफ्तर में भीमराव अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। यूपी की पूर्व सीएम और बीएसपी सुप्रीमो मायावती भले ही यह दावा करती रही हों कि वे ही ‘एकमात्र’ दलित नेता हैं, लेकिन वे भी कभी महासभा के दफ्तर नहीं गईं। हालांकि, मायावती ने लखनऊ और नोएडा में अंबेडकर की कई बड़ी प्रतिमाएं लगवाई हैं।
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सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने यूपी के गर्वनर राम नाइक के सुझाव पर अंबेडकर महासभा के दफ्तर जाने का फैसला किया। नाइक पिछले साल दिसंबर में महासभा के दफ्तर गए थे। अंबेडकर की पत्नी सविता ने 1991 में यहां उनका अस्थि कलश रखा था। पीएम यहां ऐसे वक्त में आ रहे हैं, जब अंबेडकर के जन्म की 125वीं जयंती मनाई जा रही है। मोदी लखनऊ में तीन कार्यक्रमों में, जबकि वाराणसी में होने वाले एक कार्यक्रम में शरीक होंगे। मोदी लखनऊ में बाबा साहब भीम राव अंबेडकर यूनिवर्सिटी (BBAU) के छठें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। BBAU के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब कोई वर्तमान पीएम दीक्षांत समारोह में शामिल होगा।
दलितों को लुभाने की कोशिश
पीएम अंबेडकर से जुड़ी कई जगहों का दौरा करेंगे। उनका यह दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने सदस्यों को कहा है कि वे कम से कम एक दलित परिवार को गोद लें और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए काम करें। सूत्रों का कहना है कि संघ की यह कवायद आरएसएस चीफ मोहन भागवत के एक बयान की वजह से हुए नुकसान की भरपाई है। भागवत ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरक्षण व्यवस्था पर पुनर्विचार करने की बात कहकर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था। इस बयान को भी बिहार चुनाव में बीजेपी की हार का मुख्य वजह माना गया। अब पार्टी और आरएसएस, दोनों ही किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहते। मोदी का दौरा एक ऐसे वक्त में भी हो रहा है, जब हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या को लेकर राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। आरोप लग रहे हैं कि मानव संसाधन मंत्रालय और बीजेपी के मंत्री बडारू दत्तात्रेय के प्रभाव की वजह से रोहित को हॉस्टल से बाहर निकाल दिया गया।
वाराणसी में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश
पीएम के लखनऊ दौरे से पहले यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने शहर के बाहरी इलाके में अंबेडकर के नाम पर स्मारक बनने के लिए 5 एकड़ जमीन देने की बात कही है। महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने बीते हफ्ते अखिलेश से मुलाकात की, जिसके बाद सीएम ने यह प्रस्ताव दिया। निर्मल का दावा है कि सीएम ने स्मारक बनवाने के लिए जमीन देने की पेशकश की, लेकिन यह साफ नहीं किया कि प्रोजेक्ट के लिए पैसा कौन देगा? वहीं, पीएम के अंबेडकर महासभा के दफ्तर जाने की योजना पर बीजेपी प्रवक्ता चंद्रमोहन ने कहा कि पीएम दलितों, उपेक्षितों और पिछड़े लोगों के उत्थान के लिए कटिबद्ध हैं।
शुक्रवार दोपहर लखनऊ में लैंड करने से पहले, मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 8000 शारीरिक तौर पर अक्षम लोगों को मदद उपकरण बांटेंगे। सामाजिक न्याय मंत्रालय के अधिकारियों का दावा है कि शारीरिक तौर पर अक्षम लोगों के लिए लगा यह दुनिया का सबसे बड़ा शिविर होगा। सरकार गिनीज बुक ऑफ रिकॉड्स में नाम दर्ज कराने के लिए भी आवेदन करेगी। सूत्रों के मुताबिक, शिविर में 3,216 तिपहिया साइकिल, 2290 सुनने की मशीनें, 1734 बैसाखियां, 774 व्हील चेयर्स, 479 कृत्रिम हाथ बांटे जाएंगे।
पीएम एक नई ट्रेन ‘महामना एक्सप्रेस’ का भी उद्घाटन करेंगे, जो शुक्रवार से वाराणसी से दिल्ली के बीच चलेगी। यह भारत की पहली ट्रेन होगी, जिसमें वर्ल्ड क्लास बोगियां लगाई गई हैं। देखें इन बोगियों की तस्वीरें

