महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी. (एनआरसी) का समर्थन करते हुए रविवार (9 फरवरी, 2020) को इनके खिलाफ रैली आयोजित करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने की चेतावनी दी। बता दें कि मनसे के कार्यकर्ताओं ने दोपहर में गिरगांव चौपाटी से आजाद मैदान तक बड़ा जुलूस निकाला और अवैध रूप से देश में घुसे पाकिस्तानियों और बांग्लादेशियों को बाहर निकालने की मांग की। मैदान में एकत्रित हुए जनसमूह को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘आज से ईंट का जवाब पत्थर से और तलवार का जवाब तलवार से दिया जाएगा।’
मनसे प्रमुख ने रैली में पाकिस्तान, सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे मुंबई के बाहरी इलाके में रहने वाले नाईजीरियाई और मुस्लिमों समुदाय को भी निशाने पर लिया। ठाकरे ने कहा, ‘मुस्लिम सीएए और एनआरसी का विरोध क्यों कर रहे हैं? ये कानून भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ नहीं है। इसलिए वो प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? कौन इन्हें देश से निकालने की कह रहा है?’
मनसे प्रमुख ने कहा, ‘जो आजादी तुम्हें (मुस्लिम समुदाय) भारत में मिली है, वो दुनिया के किसी अन्य देश में नहीं है। आप उस देश को खराब करने की कोशिश क्यों कर रहे हैं जिसने आपको इतना कुछ दिया है।’
ठाकरे ने इस बीच मुस्लिमों द्वारा निकाली गई रैली पर सवाल उठाते हुए पूछा, आप किसे अपनी ताकत दिखा रहे हैं? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेशी मुसलमानों को देश से निकालने के लिए कोई समझौता नहीं हो सकता।
राज ठाकरे ने हिंदू जिमखाना से मेट्रो जंक्शन तक आयोजित महामोर्चा में पदयात्रा भी की। इस कार्यक्रम में उनके साथ उनकी पत्नी शर्मीला और पुत्र अमित भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि ठाकरे द्वारा रैली निकालने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शिवसेना को अपना हिन्दुत्व साबित करने के लिए झंडा बदलने की जरुरत नहीं है। राज ठाकरे आजकल अपनी हिन्दुत्व की राजनीति में नई जान फूंकने के प्रयास में जुटे हैं। उद्धव ने यह भी कहा कि भाजपा हिन्दुत्व की ‘झंडाबरदार’ नहीं है। मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर पार्टी विधायकों और जिलाध्यक्षों की बैठक में उक्त बात कही।
शिवसेना के एक पदाधिकारी के अनुसार बैठक में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के संबंध में एक सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मुझे मेरे हिन्दुत्व को साबित करने की जरुरत नहीं है, क्योंकि यह दिवंगत बालासाहेब का हिन्दुत्व है। यह शुद्ध है। मैंने अपनी पार्टी का झंडा नहीं बदला है। एक व्यक्ति, एक झंडा.. यह तय है। दुनिया को हमारे हिन्दुत्व का ज्ञान है।’ (एजेंसी इनपुट)