बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर लगा एक पोस्टर इन दिनों काफी चर्चा में है। इस पोस्टर में राज्य के सीएम नीतीश कुमार को लापता बताया गया है। इन पोस्टरों पर लिखा है कि ‘#CAB_NRC पर मौन…ध्यान से देखिए इस चेहरे को जो कई दिनों से ना दिखाई दिये और ना ही सुनाई दिये…ढूंढने वाले का बिहार सदा आभारी रहेगा।’ बिहार के मुख्यमंत्री के लापता होने के का यह पोस्टर किसने लगाया है? अभी इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। इस पोस्टर में किसी संगठन या किसी भी राजनीतिक दल का नाम भी नहीं लिखा हुआ है।
हालांकि सुबह-सुबह जब लोगों की नजर सड़क किनारे लगे इन पोस्टरों पर पड़ी तो चर्चाओं का बाजार जरूर गर्म हो गया। राज्य की प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल ने इस पोस्टर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। राजद के विधायक एज्या यादव ने कहा है कि ‘उनकी पार्टी इस तरह की ओछी हरकत नहीं करती…ये आरजेडी को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस मामले की जांच करनी चाहिए’
राजनीतिक गलियारे के अलावे इस पोस्टर की चर्चा सोशल मीडिया पर भी खूब हो रही है। ट्विटर पर यूजर्स इस पोस्टर को देखने के बाद मजे लेने लगे हैं।
बहरहाल आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर इसका विरोध किया था। जिसके बाद बीते दिनों प्रशांत किशोर और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच मुलाकात हुई थी। मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर ने कहा था कि ‘नागरिकता कानून पर मेरा रूख पहले जैसा ही है। मैंने इसे सार्वजनिक रूप से कहा था, सिर्फ नीतीश कुमार को ही नहीं बल्कि सभी से कहा था।’
बता दें कि जेडीयू ने नागरिकता बिल पर संसद में सरकार का साथ दिया था। हालांकि इसे लेकर पार्टी में ही विरोध के स्वर भी उठे थे। प्रशांत किशोर के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन वर्मा ने भी इसपर पार्टी के स्टैंड पर सवाल उठाए थे।
