कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखकर खुद ही इसकी जानकारी दी। देवड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर रविवार को लिखा, ‘‘आज मेरी राजनीतिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और इसी के साथ पार्टी से मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है। मैं वर्षों तक अटूट समर्थन देने के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं।’’ पिछले कुछ दिनों से यह अटकलें लगायी जा रही हैं कि मिलिंद एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं।

वहीं, मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ शुरू होने से पहले ‘हेडलाइन मैनेजमेंट’ के मकसद से मिलिंद का इस्तीफा आज के लिए तय किया, लेकिन इसका कोई असर नहीं होगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि एक मिलिंद जाता है तो ‘लाखों मिलिंद’ हैं जो कांग्रेस के संगठन और विचारधारा में विश्वास करते हैं।

हेडलाइन मैनेजमेंट के लिए इस्तीफा

जयराम रमेश ने दावा किया कि शुक्रवार को ही उनकी देवड़ा के साथ फोन पर बात हुई थी और वह राहुल गांधी से मिलना चाहते थे क्योंकि वह अपनी पूर्व की लोकसभा सीट (दक्षिण मुंबई) को लेकर चिंतित थे। कांग्रेस महासचिव ने कहा, “यह इस्तीफा प्रधानमंत्री ने तय किया है, मिलिंद तो एक कठपुतली हैं। प्रधानमंत्री तो ‘हेडलाइन मैनेजमेंट’ के गुरु हैं। हर तरफ भारत जोड़ो न्याय यात्रा की खबर है। प्रधानमंत्री ने हेडलाइन मैनेजमेंट के लिए मिलिंद का इस्तीफा आज के लिए तय किया, लेकिन इसका कोई असर नहीं होगा।”

रमेश ने कहा, “देवड़ा ने शुक्रवार सुबह 8 बजकर 52 मिनट पर मुझे मैसेज किया और फिर उसी दिन दोपहर 2 बजकर 47 मिनट पर मैंने जवाब दिया और पूछा कि ‘क्या आप पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं?’ फिर 2 बजकर 48 मिनट पर उन्होंने एक संदेश भेजा कि क्या आपसे बात हो सकती है? मैंने उनसे कहा कि मैं आपको फोन करूंगा और फिर उसी दिन दोपहर तीन बजकर 40 मिनट पर मैंने उनसे बात की।”

‘टाइगर जिंदा है’

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के जीत के दावे को खारिज करते हुए कहा कि ‘टाइगर जिंदा है’ और विपक्षी गठबंधन INDIA 2004 का वह इतिहास इस बार दोहराएगा, जब ‘भारत उदय’ अभियान के बावजूद भाजपा को पराजित किया गया था। रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा कि मजबूत कांग्रेस से ही मजबूत विपक्ष बन सकता है और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ यात्रा निकाली जा रही है और दूसरी तरफ चुनाव की तैयारियां जारी हैं। चुनाव शुरू होने से पहले तक यह यात्रा संपन्न भी हो जाएगी।

इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार चुनाव जीतने के भाजपा के दावे के संबंध में सवाल किए जाने पर रमेश ने कहा कि वह उन्हें यह बताना चाहते हैं कि टाइगर जिंदा है। उन्होंने कहा, “2003 में हम छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव हार गए थे, लोगों ने कांग्रेस को खारिज कर दिया था, लेकिन 2004 में कांग्रेस ने सरकार बनाई। इतिहास अपने आप को फिर दोहराएगा।”