देश में इस बार सर्दी लोगों को कम सताएगी। मौसम विभाग का कहना है कि इस दफा हल्की सर्दी पड़ने के साथ ही शीतलहर के दिन भी कम होंगे। देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है। यह पूर्वानुमान ऐसे समय में आया है, जब देश में वर्ष 1901 के बाद से दूसरा सबसे गर्म नवंबर रहा है।

सामान्य से अधिक रहेगा न्यनतम तापमान

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि सर्दियों के मौसम (दिसंबर 2024 से फरवरी 2025) के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। सर्दियों के मौसम में सामान्य तौर पर पांच से छह दिनों की तुलना में इस बार शीतलहर वाले दिन कम रहने की संभावना है।

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महापात्रा ने बताया कि दक्षिण प्रायद्वीपीय के अधिकांश क्षेत्रों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में इस बार सर्दी के मौसम में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। आमतौर पर हम दिसंबर से फरवरी के दौरान पांच से छह दिन शीतलहर के देखते हैं। मगर, इस साल औसत की तुलना में शीतलहर वाले दो से चार कम दिन रहने की संभावना है।

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आइएमडी के अनुसार, शीतलहर तब मानी जाती है, जब न्यूनतम तापमान (टी-मिनट) दैनिक जलवायु संबंधी मूल्य के 10वें फीसद से कम हो और जलवायु संबंधी दैनिक टी-मिनट 15 डिग्री सेल्सियस से कम हो। इस बार नवंबर माह के गर्म रहने के कारण को लेकर महापात्र ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति इसके लिए जिम्मेदार है।

साल 1901 के बाद दूसरी बार इतना गर्म रहा नवंबर

मौसम विभाग की ओर से यह पूर्वानुमान इस बात की ओर संकेत करते हैं क्योंकि साल 1901 के बाद दूसरी बार ऐसा हुआ जब नवंबर महीना इतना गर्म रहा। इस वर्ष नवंबर का माह में औसत तापमान 29.37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ये तापमान नवंबर माह के सामान्य तापमान 28.75 डिग्री से करीब 0.623 डिग्री अधिक रहा।