पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि सरकार के पास दमन ही कश्मीर की स्थिति से निपटने का एकमात्र तरीका है। उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की कश्मीर में और प्रतिबंधों की चेतावनी देने वाली टिप्पणी पर रोष व्यक्त किया। महबूबा ने कहा कि रावत की टिप्पणी इस बयान के विपरीत है कि घाटी में सब कुछ ठीक है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार द्वारा कश्मीर को खुली जेल में बदलने के बाद बिपिन रावत का बयान कोई आश्चर्य की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि घाटी में हो रहीं गिरफ्तारियां, इंटरनेट बंद करने, तलाशी अभियान और नए सुरक्षा बंकर स्थापित करने जैसे कड़े, कठोर और दमनकारी कदमों के बाद और क्या उपाय किए जाने बाकी हैं?
असम में आयोजित रविकांत सिंह स्मृति व्याख्यान कार्यक्रम में शनिवार को बिपिन रावत ने कहा था कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते तब तक जम्मू-कश्मीर के लोगों की आजादी को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने घाटी की स्थिति से निपटने में लोगों के सहयोग का आग्रह किया। सीडीएस ने भारत-पाक संबंधों पर कहा कि पाकिस्तान का सरकार प्रायोजित आतंकवाद दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया में बाधक है।
Even after turning Kashmir into an open air prison, Bipin Rawat’s statement comes as no surprise because repression is GOIs only method to deal with the situation in J&K. It also contradicts their official narrative that all is well here. https://t.co/I3UPoE5I52
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 24, 2021
रावत ने अफगानिस्तान के हालात को लेकर भी सतर्क रहने को कहा। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है कल उसका असर जम्मू-कश्मीर पर भी पड़ सकता है। हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। हमें अपनी सीमाएं सील करनी होंगी, अब निगरानी करना बेहद अहम हो गया है। हमें अपनी आंखें खुली रखनी होंगी कि कौन बाहर से आ रहा है। सख्त चेकिंग करनी होगी।
ध्यान रहे कि अमित शाह खुद जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। शनिवार को उन्होंने आतंकी हमले में शहीद पुलिसकर्मी परवेज डार के परिजनों से मुलाकात की और कहा कि पूरा देश आपके साथ है। इसके अलावा उन्होंने कश्मीर घाटी में सुरक्षा के हालातों की भी समीक्षा की है।
गोलीबारी में एक आम नागरिक की मौत
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में रविवार को गोलीबारी की घटना में एक आम नागरिक की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। घटना दक्षिण कश्मीर के शोपियां के जैनापोरा इलाके की है। व्यक्ति की पहचान शाहिद अहमद के रूप में हुई है। पुंछ जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी में दो पुलिस वाले और एक सैनिक घायल हो गए हैं। पाक अधिकृत कश्मीर में कैद एक आतंकी, जो पुलिस की रिमांड पर था, वह भी इस फायरिंग में घायल हो गया। रविवार सुबह यहां के जंगल में आतंकियों ने सेना और पुलिस की एक जॉइंट सर्च पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद से ही दोनों तरफ से मुठभेड़ जारी है।