जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर चला आ रहा सियासी सस्पेंस अब खत्म हो गया है। राज्‍य में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन की सरकार बनने का रास्‍ता अब साफ हो गया है। पीडीपी विधायकों की बैठक में महबूबा मुफ्ती को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि गवर्नर से मुलाकात के बाद बीजेपी-पीडीपी सरकार के गठन की औपचारिक घोषणा की जा सकती है। महबूबा शुक्रवार को ही राज्यपाल एनएन वोहरा से मिलने वाली थीं, लेकिन यह मुलाकात टाल दी गई।

शुक्रवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक

शुक्रवार को बीजेपी विधायक दल की भी जम्‍मू में बैठक हुई। इसके लिए बीजेपी के महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव भी जम्मू पहुंचे। इसमें तय हुआ कि निर्मल सिंह को फिर से उप मुख्‍यमंत्री बनाया जाए।

29 मार्च को शपथ ले सकती हैं महबूबा

महबूबा मुफ्ती ने विधायक दल का नेता चुनने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा, ‘मेरे नेतृत्व में आप लोगों ने जो आस्था जताई है, मैं उसे कभी भंग नहीं होने दूंगी। मैं अपने पिता के मिशन को पीडीपी के एजेंडे को आगे ले जाते हुए हमेशा अवाम के लिए काम करूंगी।’ सब ठीक रहा तो महबूबा जम्मू-कश्मीर की 13वीं और पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में 29 मार्च को शपथ ले सकती हैं।

बैठक से पहले पिता की मजार पर पहुंची

पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती पार्टी विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने से पहले गुरुवार सुबह अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की मजार पर गईं। बीजबेहाड़ा स्थित दाराशिकोह में उन्होंने अपने पिता की मजार पर चादर और फूल चढ़ाने के बाद उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ भी की। उनके साथ उनकी बेटी भी थीं।

पिता की मजार के लौटने के बाद पीडीपी की बैठक हुई, जिसमें सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग ने विधायक दल के नेता के तौर पर महबूबा के नाम का प्रस्ताव रखा और पूर्व बागवानी मंत्री अब्दु़ल रहमान वीरी ने इसका अनुमोदन किया। बाद में सभी विधायकों और नेताओं ने सर्वसम्‍मति से उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया।