जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधान हटाने के साथ ही राज्य में धारा 144 लागू है और अधिकतर बड़े नेता नजरबंद या हिरासत में हैं। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी पार्टी की चीफ महबूबा मुफ्ती भी इन दिनों पुलिस की हिरासत में हैं। इतना ही नहीं महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा जावेद भी अपने घर में नजरबंद है। अब खबर आयी है कि इल्तिजा जावेद ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखी है।
एनडीटीवी की एक खबर के अनुसार, इस चिट्ठी में इल्तिजा ने लिखा है कि ‘आज जब पूरा देश आजादी मना रहा है, तब कश्मीरियों को जानवरों की तरह पिजरों में बंद कर दिया गया है और उन्हें मूलभूत मानवाधिकारों से भी वंचित रखा जा रहा है।’ इल्तिजा के अनुसार, ‘उन्हें धमकी दी जा रही है कि यदि वह फिर से बोलीं तो उन्हें इसके गंभीर अंजाम भुगतने होंगे।’
चिट्ठी में इल्तिजा ने लिखा कि ‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में क्या एक नागरिक को बोलने का अधिकार नहीं है? यह दुखद है कि मेरे साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है कि जैसे मैं कोई युद्ध अपराधी हूं।’ खबर के अनुसार, महबूबा मुफ्ती की बेटी ने अपनी चिट्ठी के साथ एक ऑडियो संदेश भी अमित शाह को भेजा है।
बता दें कि सरकार ने बीते दिनों जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले आर्टिकल 370 के प्रावधान हटा दिए थे और जम्मू कश्मीर को दो हिस्सों में बांट दिया था। इस बंटवारे के बाद जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग कर दोनों को केन्द्र शासित प्रदेश बना दिया गया। इस फैसले को लागू करने से पहले सरकार ने राज्य में बड़े स्तर पर सुरक्षाबलों को तैनात किया और धारा 144 लागू कर दी।
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इसके साथ ही फैसले के विरोध में किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए सरकार ने राज्य के अधिकतर बड़े नेताओं को या तो नजरबंद कर दिया या फिर उन्हें हिरासत में ले लिया। महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला भी इन दिनों हिरासत में हैं। हाल ही में युवा नेता शाह फैसल को भी हिरासत में ले लिया गया था। इसके साथ ही राज्य में टेलीफोन सेवाएं और इंटरनेट बंद है। राज्य के अधिकारी सैटेलाइट फोन की मदद से एक-दूसरे से संपर्क कर रहे हैं।