आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद एक बार फिर जम्म-कश्मीर में पुलवामा जैसे हमले करने की फिराक में हैं। टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के अनुसार, जैश घाटी में 14 फरवरी की तरह ही सुरक्षाबलों पर फिर से निशाना बनाने की योजना बना रहा है। पिछले कुछ दिनों से घाटी से एक-दो नहीं बल्कि कई ऐसी रिपोर्ट आ रही है कि आतंकी संगठन फिर से पुलवामा हमले जैसी घटना दोहराने की योजना बना रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, फर्क इतना है कि इस बार सिर्फ हमले के स्थान में बदलाव किया जा रहा है। आतंकी संगठन आतंकी सुरक्षाबलों को टारगेट करने के लिए एक ही मोडस ऑपरेंडी, एक इम्प्रूव्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) से लदी सिविलियन गाड़ी का उपयोग करने की योजना बना रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकी समूह ने जम्मू और कश्मीर के अवंतीपोरा जिले में जीप और मिलिट्री कारों की तरह बड़े काफिले को नहीं, बल्कि छोटे वाहनों में जाने वाले सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाने की योजना बनाई है। सुरक्षा बलों को इस जिले में अधिक सुरक्षा व्यवस्था के साथ हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इन रिपोर्ट्स में एक बार साफ है कि सच्चाई यह है कि आतंकी संगठन अभी भी सक्रिय है। 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में अपने सबसे बड़ी शिविर पर भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हमले के बाद भी सबक नहीं सीखा है। पुलवामा हमले और भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण है, लेकिन इस तरह की रिपोर्ट आने के बावजूद और पीएम मोदी द्वारा संबंध स्थिर बनाए रखने के प्रयासों के बावजूद रिश्ते सामान्य नहीं हो रहे हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 मार्च को पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर अपने समकक्ष इमरान खान को लिखकर वहां के लोगों को शुभकामनाएं दी थी।
बता दें कि 14 फरवरी को जैश के मोहम्मद ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था, जिसमें करीब 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान के बालोकोट स्थित जैश के सबसे बड़े आतंकी शिविर को ध्वस्त कर दिया था। अगले दिन पाकिस्तान की ओर से भी भारत में घुसने की असफल कोशिश की गई। आमने-सामने की लड़ाई में पाकिस्तान का एक एफ-16 और भारत का मिग-21 बिसन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

