सपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को दलित उत्पीड़न के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ऐसी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की। गुजरात के उना शहर में दलित युवकों की पिटाई की घटना का जिक्र करते हुए मायावती ने संसद के बाहर कहा कि गो रक्षा के नाम पर दलितों को प्रताड़ित किया जा रहा है।

कर्नाटक के मंगलूर में डीएसपी एमके गणपति की खुदकुशी की ओर इशारा करते हुए कहा कि दलितों और हाशिए पर जा चुके लोगों के उत्पीड़न में बढ़ोतरी हुई है। सरकार में काम करने वाले लोग भी खुदकुशी कर रहे हैं। ऐसे ही महाराष्ट्र में दो दलित युवकों की पिटाई का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि युवकों की बाइक पर बाबा साहेब (भीमराव आंबेडकर) की तस्वीर दिखी तो उन्हें और प्रताड़ित किया गया। कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार है।

एक भाजपा नेता की ओर से उनके खिलाफ पिछले दिनों की गई अभद्र टिप्पणी के बाद बसपा प्रमुख ने अपने हमले और तेज कर दिए हैं। मायावती ने कहा कि जब यह पूरे देश में लगातार हो रहा है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुप नहीं रहना चाहिए। उन्हें बोलना चाहिए। भाजपा शासित राज्यों में यह ज्यादा बड़े पैमाने पर हो रहा है। लेकिन प्रधानमंत्री ने चुप्पी साध रखी है। बसपा प्रमुख ने कहा कि ऐसा लगता है कि उन्हें इन घटनाओं की कोई परवाह ही नहीं है। उन्होंने कहा ‘हम अपेक्षा कर रहे थे कि प्रधानमंत्री गुजरात की घटना पर जरूर कुछ बोलेंगे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। उन्होंने इस घटना पर अब तक कोई बयान भी नहीं दिया है।’