बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती ने अपने पर्सनल अटेंडेंट आर श्रीधर को पार्टी का नया राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। चुनाव आयोग को 25 जून को भेजी गई पदाधिकारियों की लिस्ट से यह खुलासा हुआ है। सूचना का अधिकार कानून के तहत हमारे सहयोगी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस को यह लिस्ट मिली है। लेटेस्ट लिस्ट से एक अन्य पर्सनल अटेंडेंट मनोज कुमार का नाम भी हटा दिया गया है। 2014 में चुनाव आयोग को दी गई लिस्ट में मनोज कुमार को राष्ट्रीय महासचिव दिखाया गया था।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मनोज कुमार और आर श्रीधर दोनों ही मायावती के दिल्ली स्थित बंगले में पर्सनल अटेंडेंट के तौर पर काम करते हैं। इन दोनों से बात करने की कोशिश की गई लेकिन नहीं हो सकी। स्वामी प्रसाद मौर्य के बसपा छोड़ने के तीन दिन बाद मायावती ने अपने पार्टी के पदाधिकारियों की यह नई लिस्ट भेजी चुनाव आयोग को भेजी थी।

बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने 22 जून को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दिया था। बता दें कि जहां मायावती बहुजन समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, वहीं राज्यसभा सांसद राजाराम पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। पार्टी के अन्य महासचिवों में वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा, नसीमुद्दीन सिद्दीकी और राज्यसभा सांसद वीर सिंह शामिल हैं। बसपा कोषाध्यक्ष अंबेथ राजन से पूछा गया कि क्या श्रीधर पार्टी के नेता थे? इसपर उन्होंने कोई भी जवाब देने से मना कर दिया।

2012 में पार्टी छोड़ने वाले पूर्व बसपा सांसद प्रमोद कुरील ने कहा, “श्रीधर एक कर्मचारी की तरह है, जो टेलिफॉम ऑपरेटर के तौर पर काम कर चुका है। वह (मायावती) बंगले की सफाई जैसा काम करने वालों को पदाधिकारी बनाती हैं ताकि भविष्ट में किसी प्रकार की तख्ता-पलट जैसी स्थिति का सामना ना करना पड़े। ऐसा करने के पीछे एक कारण यह भी है कि वह ऐसे लोगों को नहीं चुनना चाहतीं जो इमानदार नेता हैं और उनकी गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं।”