Maulana Tauqeer Raza Detain Sambhal: मौलाना तौकीर रजा को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है, बताया जा रहा है कि वे संभल जाने के लिए निकले थे। उनके अलावा कई दूसरे लोगों को भी पुलिस ने अपनी कस्टडी में लिया है। इस समय संभल में इंटरनेट को बहाल कर दिया गया है, लेकिन जमीन पर तनाव की स्थिति कायम है।
वैसे मौलाना तौकीर रजा के अलावा शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के प्रदेश महासचिव व पश्चिमी यूपी प्रभारी धर्मेंद्र तोमर ने को भी पुलिस ने नजरबंद कर दिया। दरअसल, तोमर ने कहा था कि वे समर्थकों के साथ 29 नवंबर को संभल जाकर हरिहर मंदिर में जलाभिषेक करेंगे। इसी के मद्देनजर गुरुवार की देर रात धर्मेंद्र तोमर को मेरठ पुलिस ने नजरबंद कर दिया।
संभल में बवाल करने वालों से ही होगी नुकसान की वसूली
हिरासत में क्यों तौकीर रजा?
अब उद्धव गुट के नेता को तो सिर्फ नजरबंद किया गया, लेकिन मौलाना तौकीर रजा हिरासत में चले गए हैं। असल में उन्होंने गुरुवार को ही कह दिया था कि वे जमे की नमाज के बाद अपने साथियों के साथ संभल जाएंगे, उन्होंने मृतकों के परिवार से मिलने की बात कही थी। इससे पहले इस हिंसा में मरने वाले लोगों को उन्होंने शहीद कहकर भी संबोधित किया गया था। उनके मुताबिक दिल्ली-यूपी के लड़ाई में लखनऊ के मुसलमान पिस रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि संभल हिंसा में अभी तक 28 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। कई सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं जिनके आधार पर दूसरे आरोपियों की भी पहचान की जा रही है। पुलिस अपनी तरफ से कई आरोपियों की पहचान को सार्वजनिक भी कर रही है। पुलिस का दो टूक कहना है कि उपद्रवियों से ही नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी।
योगी सरकार कर रही जांच
वैसे संभल में हुई हिंसा मामले में योगी सरकार सख्त है। योगी सरकार ने इसकी जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है। योगी सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस डीके अरोड़ा की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है। इस आयोग में रिटायर्ड जस्टिस डीके अरोड़ा के अलावा रिटायर्ड आईएएस अमित मोहन प्रसाद और पूर्व डीजीपी एके जैन भी शामिल हैं। सरकार का पूरा एक्शन प्लान समझने के लिए यहां क्लिक करें