एनडीए की तरफ से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद विपक्ष ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को ऐलान किया कि मार्गरेट अल्वा विपक्ष की तरफ से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी। पवार ने कहा कि मार्गरेट अल्वा के नाम पर 17 विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है।
विपक्षी दलों के नेताओं ने 6 अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के चयन को लेकर रविवार को दिल्ली में बैठक बुलाई थी। शरद पवार के आवास पर हुई बैठक में वाम दल, राजद, समाजवादी पार्टी सहित सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। इस बैठक में कांग्रेस की तरफ से मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए थे। वहीं, शिवसेना की तरफ से संजय राउत शामिल हुए थे। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस की ओर से बैठक में कोई भी मौजूद नहीं था जो राज्यसभा में दूसरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। वहीं, आम आदमी पार्टी भी बैठक में शामिल नहीं हुई।
शरद पवार ने कहा कि हम ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछली बार उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिये हमारे संयुक्त उम्मीदवार का समर्थन किया था। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि इस चुनाव में सभी विपक्षी दल एक साथ हैं।
मार्गरेट अल्वा पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री हैं। वह गोवा और राजस्थान की राज्यपाल रह चुकी हैं। पांच बार की सांसद अल्वा मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।
जगदीप धनखड़ को एनडीए ने बनाया है उम्मीदवार: एनडीए ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके नाम का ऐलान किया था। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 19 जुलाई है, जबकि इसके लिए चुनाव 6 अगस्त को होने हैं।