“अमेजन प्राइम” पर सुर्खियां बटोरने वाली वेब-सीरीज ‘द फैमिली मैन” (The Family Man) को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) काफी नाराज है और इसे देश-विरोधी करार दिया है। धाकड़ अभिनेता मनोज वाजपेयी के लीड रोल वाले इस वेब-सीरीज पर संघ ने आपत्ती जाहिर की है। संघ के मुखपत्र ‘पांचजन्य’ में लिखा है कि यह सीरीज देश विरोधी एजेंडा फैला रही है। इसके पीछे मुखपत्र में कुछ उदाहरणों का भी जिक्र किया गया है।

मुखपत्र में बताया गया है कि वेब-सीरीज में दिखाय गाय है कि NIA की एक महिला अधिकारी कह रही है, “स्पेशल पावर एक्ट के दम पर कश्मीरी लोगों को दबाया जा रहा है। हम उनके फोन और इंटरनेट बंद कर देते हैं। यहां के लोग हमारे रहम-करम पर जी रहे हैं। किसी को आजादी से जीने नहीं देना अगर जुल्म नहीं है तो क्या है।” इस खबर के संदर्भ में ‘नवभारत टाइम्स’ ने संघ के एक पदाधिकारी के हवाले से खबर छापी है। जिसमें पदाधिकारी का कहना है कि ऐसे वक्त में जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया हो और कश्मीरी आवाम को मुख्य धारा से जोड़ने की कोशिस चल रही हो, तब यह वेब-सीरीज भारत विरोधी एजेंडे को बल देती है।

पांचजन्य ने ऐसी वेबसीरीज को जिहादी स्टाइल करार दिया है। उसने लिखा है, “फिल्मों और टीवी धारावाहिकों के बाद भारत विरोध और जिहाद का ये बिल्कुल नया रूप है।”

‘द फैमिली मैन’ सीरीज को लेकर देश भर में चर्चाएं हैं। यह सीरीज मॉब लिंचिंग और कश्मीर के हालात पर विशेष फोकस डालती है। इस सीरीज में एक जासूस की कहानी है जो बेहद ही साधारण तरीके से रहता है और असाधारण काम करता है। इस सीरीज का नायक (मनोज वाजपेयी) जो जासूस के किरदार में हैं, वह भी आम लोगों की तरह बच्चों को स्कूल छोड़ने जाते हैं और घर खरीदने के चक्कर में लगे रहते हैं। परिवार को लगता है कि वह सरकारी नौकरी करते हैं और घर वालों को समय बिल्कुल नहीं देते। इस सीरीज की खासियत यह है कि यह बेहद ही बारीकी के साथ देश में पनपीं वर्तमान राजनीतिक एवं सामाजिक बुराइयों पर कटाक्ष करती है।