प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सुबह 11 बजे अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ के 113वें एपिसोड में विकसित भारत की नींव को मजबूत करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिकों की मेहनत और चंद्रयान-3 की उपलब्धियों की वजह से हम सब लोगों ने 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाए हैं। आइए पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का संदेश 10 प्वाइंट में जानते हैं।

  1. प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में विभिन्न सुधारों से देश के युवाओं को बहुत लाभ हुआ है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत ने 23 अगस्त को अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया, जो चंद्रमा पर अपने अंतरिक्ष यान के सफल लैंडिंग की पहली वर्षगांठ के अवसर पर मनाया गया।
  2. मोदी ने कहा कि उन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र में स्टार्टअप चलाने वाले कई युवा उद्यमियों से बात की। मोदी ने उनके काम को रेखांकित किया और देश में बढ़ते जीवंत अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र की प्रशंसा की।
  3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में पर्यावरण को बेहतर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न संगठनों और लोगों के कामों को रेखांकित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में सामूहिक प्रयासों की वकालत करने की जरूरत है।
  4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि 21वीं सदी में भारत में बहुत सी ऐसी चीजें हो रही हैं जो ‘विकसित भारत’ की नींव को मजबूत कर रही हैं।
  5. पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले एक लाख युवाओं से राजनीति में शामिल होने के उनके आह्वान पर व्यापक प्रतिक्रियाएं आई हैं। उन्होंने युवाओं से विकसित भारत और मजबूत लोकतंत्र के लिए सार्वजनिक जीवन में प्रवेश करने का आग्रह किया है।
  6. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में युवा राजनीति में शामिल होने के इच्छुक हैं और उन्हें बस सही अवसर और मार्गदर्शन की जरूरत है।
  7. पीएम मोदी ने कहा कि ‘750 मीटर लंबे झंडे के साथ एक तिरंगा रैली निकाली गई। यह रैली दुनिया के सबसे ऊंचे चेनाब रेलवे ब्रिज पर निकाली गई। जिसने भी ये तस्वीरें देखीं, उनका दिल खुशी से झूम उठा।
  8. उन्होंने कहा, “उन्होंने खुद को पूरी तरह से भारत की आजादी के लिए समर्पित कर दिया। आज, विकसित भारत के सपने को हासिल करने के लिए हमें उसी भावना को एक बार फिर से जगाने की जरूरत है।”
  9. पीएम मोदी ने बताया ‘असम में एक सच्ची कहानी पता चली है। असम के तिनसुकिया जिले के एक छोटे से गांव बरेकुरी में मोरन समुदाय के लोग रहते हैं। इसी गांव में हूलॉक गिबन्स रहते हैं। उन्हें वहां ‘होलो बंदर’ कहा जाता है। हूलॉक गिबन्स ने इस गांव को अपना ठिकाना बना लिया है।
  10. प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गांव के लोगों का हूलॉक गिबन्स से गहरा नाता है। गांव के लोग आज भी अपने पारंपरिक मूल्यों का पालन करते हैं। इसलिए उन्होंने गिबन्स के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।