Manipur News: मणिपुर में एक साल से ज्यादा समय से जारी हिंसा के बीच राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह पर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं। इन परिस्थिति के बीच ही मिजोरम में बीजेपी की ही साथी मिजो नेशनल फ्रंट यानी MNF ने कहा है कि एन बीरेन सिंह का सीएम पद से इस्तीफा देना चाहिए। इसको लेकर विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि मणिपुर की बीजेपी सरकार ने MNF को देशद्रोही और म्यांमार समर्थक तक बता दिया।

दरअसल, मणिपुर के DIPR द्वारा गुरुवार को एक प्रेस रिलीज जारी की गई, इसमें मिजो नेशनल फ्रंट को राष्ट्र विरोधी पार्टी बताकर गंभीर आरोप लगाए गए। मणिपुर सरकार ने कहा कि एमएनएफ सरकार घुसपैठ, अवैध हथियारों और ड्रग्स की तस्करी रोकने में विफल रही है।

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भारत की सुरक्षा के साथ समझौता

मणिपर सरकार द्वारा आरोप यह भी लगाया गया कि एमएनएफ आंतरिक सुरक्षा और रक्षा सुनिश्चित करने के लिए म्यांमर के साथ अपनी खुली सीमाओं पर बाड़ लगाने के भारत सरकार के प्रयासों का भी कड़ा विरोध करती रही है। DIPR ने बयान में कहा है कि मणिपुर सरकार मिजो नेशनल फ्रंट द्वारा मणिपुर के आंतरिक मामलों में लगातार हस्तक्षेप को दृढ़ता से अस्वीकार करती है।

मणिपुर में फिर लौटा हिंसा का दौर

एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग

मणिपुर सरकार ने कहा कि मिजोरम स्थित राजनीतिक दल के मुख्यमंत्री पिछले राज्य विधआनसभा चुनाव में राष्ट्र विरोधी म्यांमार शरणार्थी प्रचार और मणिपुर विरोधी रुख की तीखी लहर के बावजूद हराया था। बता दें कि इस MNF ने मणिपुर के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए एक प्रेस रिलीज जारी की थी।

गौरतलब है कि मणिपुर में अवैध अप्रवास और ड्रग्स की समस्या का सबसे बड़ा कारण म्यांमार बताया जा रहा है। एमएनएफ ने असम के तत्कालीन मिजो जिले में एक आंदोलन चलाया था।

मणिपुर सरकार ने बयान में कहा कि मणिपुर में चल रहा संकट पड़ोसी म्यांमार से एवैध प्रवासियों की ही देन है। अवैध अफील की खेती करने वाले प्रवासियों ने सबसे ज्यादा एन बीरेन सिंह की सरकार को नुकसान पहुंचाया है। मणिपुर से जुड़ी तमाम खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।