वैष्णो देवी के दर्शन करने पहुंचे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के साथ दुर्व्यवहार की खबर है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। सिद्धू के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए शिवसेना ने जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सिद्धू ने पाकिस्तान के समर्थन में बयानबाजी की है, उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दी जानी चाहिए। गौरतलब है कि पाकिस्तान यात्रा के बाद से ही सिद्धू विवादों में घिर गए। मामला तब और गर्म हो गया जब वह खालिस्तानी चरमपंथी और हफिज सईद के करीबी गोपाल सिंह चावला के साथ उनकी तस्वीर वायरल हुई। इसके बाद सिद्धू ने जो बायनबाजियां की उससे देश की सियासत गरमा गई।
मामले में तूल पकड़ता देख सिद्धू ने तब कहा था कि उन्हें राहुल गांधी ने पाकिस्तान भेजा था। तब उन्होंने कहा था कि उनके कप्तान राहुल गांधी है। सिद्धू की पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ भी छत्तीस का आंकड़ा रहता है। उस दौरान उन्होंने कहा था कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने उन्हें पाकिस्तान जाने से मना किया था लेकिन केंद्रीय नेतृत्व और करीब 20 कांग्रेसी नेताओं के कहने पर वह पाकिस्तान गए थे। उन्होंने कहा था कि सीएम साहब के कप्तान भी राहुल गांधी ही हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खाने के साथ दोस्ती की चर्चा और पाकिस्तान की तरफदारी में दिए हुए बयान का इस्तेमाल विरोधी दलों ने कांग्रेस के खिलाफ लोकसभा चुनाव में खूब किया। चुनाव नतीजे आने के बाद सिद्धू के खिलाफ पार्टी के भीतर ही गोलबंदी शुरू हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि कई नेताओं ने लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन नहीं होने का ठीकरा सिद्धू पर ही फोड़ा। सीएम अमरिंदर सिंह से खींचतान इतनी बढ़ गई कि सिद्धू ने पंजाब के कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के दौरान उन्हें बिजली और नवीनीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्रालय दिया गया। लेकिन, सिद्धू ने यह पदभार संभालने से मना कर दिया।