कांग्रेस उपाध्यक्ष ने बिहार के पश्चिमी चंपारण से विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। राहुल ने प्रचार से शुरुआती बोल में ही पीएम मोदी की सरकार पर जुवानी हमला करना शुरू कर दिया। इस दौरान उनके साथ मंच पर लालू- नीतीश की बजाए पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार और गुलाम नबी आजाद उपस्थित रहे। हालांकि राहुल के भाषणों के दौरान मंच पर जदयू के केसी त्यागी और राजद से तेजस्वी यादव भी मौजूद हैं।

रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, भाजपा सूट बूट की सरकार है। मैंने ये बात संसद में उठाई थी। यहां आपको कोई सूट बूट में नहीं दिखेगा। उन्होंने पीएम मोदी की सरकार को टारगेट करते हुए कहा कि ज्ञान की एक जगह होती है और हर वर्ग के पास अपना ज्ञान होता है।

लोग कहते हैं मोदी जी इकॉनोमी की बात करते हैं, लेकिन मैंने देखा मोदी जी सूट बूट में बैठे हैं। फिर रेाजगार की बात उठी, फिर मोदी जी मीटिंग में सूट बूट में बैठे हैं। अगर रोजगार लाना चाहते हो तो जो रोजगार के बारे में जनता है उससे बात करो। फैक्ट्री के लोगों से, मजदूरों से बात करो वो बताएगा कि कैसे रोजगार आएगा। युवाओं से बात करो वो बताएंगे रोजगार कैसे आएगा। सूट पहनने से इकॉनोमी नहीं बढ़ती।

राहुल ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा, पता नहीं लोग कहते हैं कि मोदी जी चाय की दुकान पर काम करते थे। वहां काम करते-करते वो सूट बूट वाले हो गए। धीरे-धीरे उनके कपड़े सुधरे, जब पीएम बने 15 लाख का सूट सिलवा लिया। लोग कहते हैं कि आज न वो गरीब से मिलते न मजदूर से मिलते हैं वो सिर्फ सूट वालों से मिलते हैं।

वहीं मौके पर मौजूद कांग्रेस के सीपी जोशी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार बिहार चुनाव में जनता न तो मंडल न ही कमंडल सिर्फ विकास को ही मुद्दा बनाएगी। भाजपा दिल्ली में हारी अब बिहार में भी हारेगी। हम लोग एक हैं। मीडिया भी तोड़ने का काम न करे। राहुल जी आते रहेंगे, उनका हौसला आप सभी बढ़ाते रहिएगा।

वहीं राजद के तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता बिकाऊ नहीं है, मोदी यहां अमीरों की सरकार बनाना चाहते हैं। मोदी 65 के होकर खुद को युवा कहते हैं जबकि असली युवा तो कांग्रेस और राजद में हैं। जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि भाजपा गरीबों की जमीन छीन रही है। कृषि मंत्री किसानों के मौत की वजह प्रेम प्रसंग और नपुंसकता बता रहे हैं।

आपको बता दें कि 12 अक्टूबर से शुरू हो रहे पांच चरणों में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन के खिलाफ महागठबंधन कमर कस रहा है। महागठबंधन में आरजेडी और जेडीयू 100-100, जबकि कांग्रेस 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 3 सीटें एनसीपी के लिए छोड़ी गईं थी।
लेकिन कम सीट मिलने से नाराज एनसीपी मुलायम सिंह यादव के साथ जाने की तैयारी में है। इस महागठबंधन में समाजवादी पार्टी को भी लाने की कोशिश की गई थी, लेकिन कम सीट मिलने से नाराज सपा ने तीसरा मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ने के ऐलान किया है।