पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने के बाद टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के हौसले बुलंद हैं। ममता अब देशभर में अपनी पार्टी का विस्तार करने में जुट गई है। त्रिपुरा और गोवा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद टीएमसी ने उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में एंट्री ले ली है। यूपी चुनाव में ममता बनर्जी हाल ही में गांधी परिवार का दामन छोड़ने वाले ब्राह्मण चेहरे ललितेशपति त्रिपाठी को पार्टी का अगुआ बना सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस छोड़ने वाले ललितेशपति त्रिपाठी जल्दी ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि ललितेशपति त्रिपाठी के टीएमसी में शामिल होने की पटकथा में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ही अहम भूमिका निभा रहे हैं। तृणमूल में शामिल होने के बाद ललितेश उत्तरप्रदेश में पार्टी का मुख्य चेहरा होंगे। साथ ही उनके पिता राजेशपति त्रिपाठी को राज्यसभा भेजे जाने की संभावना भी जताई जा रही है।
ललितेश को तृणमूल में शामिल करके ममता बनर्जी उत्तरप्रदेश के बड़े ब्राह्मण चेहरे के जरिये पार्टी का विस्तार करना चाहती हैं। साथ ही टीएमसी ललितेश त्रिपाठी के राजनीतिक घराने से होने का भी फायदा उठाना चाहती है। संभावना यह भी जताई जा रही है यूपी चुनाव में ममता की पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन भी कर सकती है।
दरअसल ममता बनर्जी और अखिलेश यादव के बीच के रिश्ते अच्छे हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बिना शर्त तृणमूल कांग्रेस को समर्थन दिया था। इसलिए दोनों दलों के बीच आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन होने की उम्मीद है। वहीं तृणमूल की उत्तरप्रदेश इकाई करीब 35 से अधिक जिलों में संगठन को तैयार करने में भी जुट गई है और घर घर जाकर पश्चिम बंगाल में सफल हुए योजनाओं के बारे में लोगों को बता रही है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय फलक पर छाने की कोशिश में जुटी तृणमूल कांग्रेस ने पिछले दिनों कांग्रेस को झटका देते हुए उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता व गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फलेरियो को टीएमसी में शामिल करा लिया था। तृणमूल कांग्रेस ने अगले साल फ़रवरी में होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में भी उपस्थिति दर्ज कराने का फैसला किया है।