पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर राज्य विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को अटका कर रखने का आरोप लगाया और राजभवन के बाहर धरने पर बैठने की धमकी दी। सीएम ममता ने शिक्षक दिवस के मौके पर एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि राज्यपाल राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे विश्वविद्यालयों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि विश्वविद्यालय राज्यपाल के निर्देशों के अनुसार काम करना जारी रखेंगे, तो वह उनका फंड रोक देंगी।
ममता बनर्जी ने कहा, “राज्यपाल के कदम राज्य प्रशासन को पंगु बनाने की कोशिश हैं। वह विधानसभा द्वारा पारित एक भी विधेयक लौटा नहीं रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि संघवाद (राज्य सरकार के) अधिकार छीनकर हस्तक्षेप कर रहा है, तो मुझे राजभवन के बाहर धरने पर बैठना पड़ेगा।
गुस्से में ममता बनर्जी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुस्से में कहा कि हम अन्याय नहीं होने देंगे, उन्होंने कहा, “बंगाल को लड़ना आता है, देखिए और इंतजार कीजिए, हम कानूनी कदम उठाएंगे ।” ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि राज्यपाल विद्यालयों, विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की कार्य प्रणाली में हस्तक्षेप कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सभी नीतियां बनाता है, यदि आप हस्तक्षेप करते हैं, मैं उन सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों की निधि रोक दूंगी जो आपके निर्देशों का पालन करते हैं, मैं देखूंगी कि आप कुलपतियों का वेतन कैसे देंगे।
ममता बनर्जी ने कहा कि कुलपतियों को पांच सदस्यीय समिति द्वारा सुझाए गए नामों में से चुना जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘राज्यपाल सुझावों की परवाह किए बिना अपनी इच्छा से व्यक्तियों को नियुक्त कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के एक व्यक्ति को आधी रात में यादवपुर विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया। उन्होंने केरल काडर के एक आईपीएस अधिकारी को आलिया जैसे संवेदनशील विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह व्यवस्था के पतन की साजिश है। बनर्जी ने कहा, ‘‘हम ऐसा नहीं होने देंगे। अगर राज्यपाल सोचते हैं कि वह मुख्यमंत्री से बड़े हैं, तो हम उनसे लड़ेंगे। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्हें इस पद के लिए नामित किया गया है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के कामों से दिल दुखी होता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें पहले भी कहा था कि ऐसी बातें न करें, लेकिन वह पिछले तीन-चार महीने से ऐसा ही कर रहे हैं।’’