भाजपा ने सारदा घोटाले में हो रही कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताने संबंधी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि वे इस आशंका को लेकर घबरा गई हैं कि कहीं इसमें उनके खुद के शामिल होने की बात सामने ना आ जाए।
भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि ममता का यह कहना कि प्रधानमंत्री में हिम्मत है तो उन्हें गिरफ्तार करके दिखाएं, का कोई मतलब नहीं है। अगर घोटाले से ममता बनर्जी से जुड़ी कोई बात सामने आती है तो सीबीआइ उसकी जांच करेगी और उनसे पूछताछ करेगी। यह सीबीआइ का काम है कि वह मामले को देखे, मेरी नहीं। अगर बनर्जी ने इस षड्यंत्र को लेकर कुछ गलत किया है और अगर सारदा घोटाले से उनका कोई तार जुड़ता दिखा तब उनकी यह ‘हिम्मत है तो…’ वाली सारी हेकड़ी चली जाएगी, क्योंकि तब पुलिस अपना काम करेगी।
पार्टी के एक और प्रवक्ता जीवीएल नरसिंह राव ने भी ममता को आड़े हाथ लेते हुए कटाक्ष किया कि वे सारी हिम्मत हार चुकी हैं और उससे उलट दिखने के लिए ऐसे साहसिक बयान दे रही हैं। दूसरी ओर इस आपराधिक षड्यंत्र के बारे में वे कुछ नहीं कह रही हैं जिसमें उनकी पार्टी के कुछ नेताओं की संलिप्तता की बात सामने आ रही है। वे संभवत: इस बात से घबरा गई हैं कि कहीं इस घोटाले में उनकी खुद की संलिप्तता की बात सामने नहीं आ जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख को आड़े हाथ लेते हुए कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अपने नेताओं को संयम रखने का सुझाव देने के बजाए वे खुद उग्र प्रतिक्रिया कर रही हैं। यह दर्शाता है कि वे घबराई हुई हैं। उन्होंने याद दिलाया कि यह भाजपा नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट है जिसने मई 2014 में मामले की जांच के आदेश दिए थे।
ममता ने अपने कुछ नेताओं के बाद शुक्रवार को अपने एक मंत्री की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे अवैध और असंवैधानिक बताया था और कहा था कि यह लोकतांत्रिक संस्थाओं को नष्ट करने का खतरनाक कदम है। उन्होंने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी थी कि वे उन्हें गिरफ्तार करके दिखाएं।
उधर, भाजपा ने मांग की है कि सारदा घोटाले के संबंध में सीबीआइ के पश्चिम बंगाल के मंत्री को गिरफ्तार किए जाने को देखते हुए मुख्यमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। राव ने कहा कि ममता यह नहीं बता रहीं हैं कि सारदा घोटाले में कथित रूप से लिप्त पाए गए उनकी पार्टी और सरकार के लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाए। ये लोग सारदा चिट फंड को प्रोत्साहन देने वाले लोगों में हैं और इन जैसे लोगों की वजह से पश्चिम बंगाल के लाखों लोगों को भारी नुकसान हुआ है।