पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार (7 जून) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्य के आम की खास किस्में भेजीं। वह कई सालों से आम भेजती रही हैं। जानकारी के मुताबिक, बंगाल का खास आम CJI डी वाई चंद्रचूड़ को भी भेजा गया है।

सीएम ममता ने पीएम मोदी को भेजे कई वेरायटी के आम

सूत्रों ने बताया, “आमों को सजावटी बक्सों में भेजा गया। इन बक्सों में हिमसागर, फाजली, लंगड़ा और लक्ष्मण भोग किस्म के आम हैं।” आम की पेटियां एक-दो दिनों में नयी दिल्ली पहुंच जाएंगी। पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और भारत के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को भी सीएम ममता की तरफ से बंगाल के सबसे अच्छी किस्म के आम भेजे गए हैं।

बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को भी आम भेज चुकी हैं ममता बनर्जी

12 साल की परंपरा का पालन करते हुए इस साल भी सीएम ममता बनर्जी ने आम प्रधानमंत्री कार्यालय को (PMO) भेजे हैं। सीएम ममता बनर्जी के करीबी सूत्रों ने खुलासा किया कि आमों को बुधवार शाम को डिस्पैच किया गया है। पिछले साल ममता बनर्जी ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आम भेजे थे। सीएम ममता बनर्जी ने बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को भी आम के साथ अपनी शुभकामनाएं भेजीं थीं।

2021 में सीएम की प्रतिक्रिया के जवाब में शेख हसीना ने भी पीएम मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उपहार के रूप में बांग्लादेश से 2,600 किलोग्राम आम भेजा था।

पीएम मोदी को मिठाइयां भी भेजती हैं सीएम ममता

राजनीतिक मतभेदों के बावजूद सीएम ममता बनर्जी और पीएम मोदी के बीच वर्षों से मधुर संबंध रहे हैं। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी साल 2011 में पहली बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनी थीं, तब उन्होंने राज्य के मशहूर आमों को नई दिल्ली भेजने की परंपरा शुरू की थी। उन्होंने इस परंपरा को इस साल भी जारी रखा। इसके अलावा वह पीएम मोदी को मिठाइयां भी भेजती हैं, जिसका जिक्र खुद पीएम मोदी ने एक इंटरव्यू में किया था।

पीएम मोदी ने कहा था कि वह बंगाली मिठाई के दीवाने हैं, जो ममता दीदी उन्हें भेजती रहती हैं। 2019 में पीएम मोदी ने खुलासा किया कि दुर्गा पूजा के अवसर पर टीएमसी सुप्रीमो ने कुर्ता-पायजामा और मिठाई भेजी थी। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, “विपक्षी दलों में मेरे कई दोस्त हैं आपको जानकर हैरानी होगी कि ममता दीदी अब भी हर साल मेरे लिए एक या दो कुर्ते खुद चुनती हैं।”