केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को हरियाणा के सूरजकुंड में राज्यों के गृहमंत्रियों के ‘चिंतन शिविर’ का उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य केंद्र के ‘विजन 2047’ और ‘पंच प्रण’ पर अमल के लिए एक एक्शन-प्लान तैयार करना है। इस शिविर में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार नहीं पहुंचे। दोनों मुख्यमंत्रियों के पास अपने-अपने राज्यों का गृह विभाग का दायित्व भी है।
‘पंच प्रण’ का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में किया था। पीएम मोदी इस शिविर को 28 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संबोधित करेंगे। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि अंतर सीमा अपराधों से प्रभावी तरीके से निपटना केंद्र और राज्य सरकारों की सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे संविधान में कानून-व्यवस्था को राज्य का विषय माना गया है, लेकिन हम अंतर सीमा अपराधों या सीमा विहीन अपराधों से निपटने में तभी कामयाब हो सकते हैं, जब इस पर विचार करने के लिए सभी राज्य एकसाथ बैठें और साझा रणनीति बनाकर उन पर अंकुश लगाने के लिए प्रयास करें।’’ गृह मंत्री ने कहा कि यह राज्यों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे देश या राज्यों की सीमाओं के पार से संचालित अपराधों या क्षेत्रीय अपराधों से प्रभावकारी ढंग से निपटें ताकि समाज को भय मुक्त किया जा सके। नरेंद्र मोदी सरकार ने आंतरिक सुरक्षा के सभी मोर्चों पर सफलता हासिल की है।
शाह ने कहा कि सरकार ने विदेशी चंदा (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए) में भी संशोधन किया है जिसका कुछ गैर सरकारी संगठनों द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा था। शिविर में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, केरल, असम, गोवा, उत्तराखंड, सिक्किम, मणिपुर और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मौजूद रहे। ये मुख्यमंत्री अपने-अपने राज्यों का गृह विभाग भी संभाल रहे हैं। इनके अलावा महाराष्ट्र और नागालैंड के उपमुख्यमंत्री, राजस्थान के राज्यपाल भी उपस्थिति रहे। अन्य राज्यों के गृहमंत्री भी शिविर में शामिल हुए।
उन्होंने पशुपतिनाथ से तिरुपति तक विस्तृत कुख्यात गलियारे का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में देश के 113 जिले वामपंथी हिंसा के चपेट में थे, जिनकी संख्या घटकर अब 46 रह गई है। उन्होंने पशुपतिनाथ से तिरुपति तक विस्तृत कुख्यात गलियारे का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में देश के 113 जिले वामपंथी हिंसा के चपेट में थे, जिनकी संख्या घटकर अब 46 रह गई है।