Congress President Election: कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे कहा कि सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद के लिए मेरा नाम सुझाना ये सब अफवाह है, मैंने ऐसा कभी नहीं कहा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति न तो चुनाव का हिस्सा होगा और न ही किसी उम्मीदवार का समर्थन करेगा। उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि किसी ने यह अफवाह कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी और मुझे बदनाम करने के लिए फैलाई है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह (सोनिया गांधी) पार्टी के चुनाव में भाग नहीं लेंगी और न ही किसी उम्मीदवार के समर्थन में आएंगी।
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा कि उन्हें नामांकन पत्र दाखिल करने से 18 घंटे पहले पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए कहा गया था, जिसके बाद से सियासी गलियारों में ये बात तैरने लगी थी कि सोनिया गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आगे बढ़ाया था। वहीं, पार्टी के साथ अपने दशकों लंबे जुड़ाव को गर्व से याद करते हुए खड़गे ने इस विचार के साथ मैदान में प्रवेश किया है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पदभार संभालना चाहिए था।
“मुझे 18 घंटे पहले चुनाव लड़ने के लिए कहा गया था”
बिहार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा, ‘मुझे नामांकन पत्र दाखिल करने से 18 घंटे पहले पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए कहा गया था। जब मैंने पूछा कि मुझे मैदान में उतरने के लिए क्यों कहा जा रहा है तो मुझे पता चला कि राहुल गांधी नहीं चाहते कि उनके परिवार का कोई सदस्य पार्टी के शीर्ष पद पर आसीन हो।’ ऐसा माना जाता है कि गांधी ने कांग्रेस में एक ही परिवार का शासन के बीजेपी के आरोप को कुंद करने के लिए पार्टी अध्यक्ष नहीं बनने का फैसला लिया है।
खड़गे और शरूर में चुनावी मुकाबला
कांग्रेस के राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार (10 अक्टूबर) को कहा था कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो वह 50 साल से कम उम्र के लोगों के लिए पार्टी के 50 प्रतिशत पदों को आवंटित करने के उदयपुर घोषणा के प्रस्ताव को लागू करेंगे। उन्होंने कहा था कि 50 साल से कम उम्र वालों को 50 फीसदी सीटें दी जाएंगी, महिलाओं, एससी, एसटी और ओबीसी के लोगों को, और मैं यह भी सुनिश्चित करूंगा कि कोई भी पांच साल से अधिक समय तक किसी पद पर न रहे। बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी इस पद की रेस में हैं।