CWC Meeting: अहमदाबाद में कांग्रेस के 84वें अधिवेशन के आखिरी दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने वक्फ बिल के संसद में पारित होने की प्रक्रियाओं से लेकर मणिपुर में हिंसा के मुद्दे पर सरकार को घेरा। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने का काम कर रही है।

दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि संसद में देर रात के बाद सुबह 5 बजे तक चर्चा चली लेकिन सरकार के पास जरूरी मुद्दों के लिए समय ही नहीं था। ये लोग लोकतंत्र को कितनी गंभीरता से लेते है, इससे समझ में आता है। अमेरिका ने भारत पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाया लेकिन इसकी सदन में चर्चा नहीं हुई।

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‘कांग्रेस को गालियां देने के अलावा कोई काम नहीं’

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो एक दिन आएगा जब मोदी सरकार खुद की संपत्तियां बेचकर चले जाएंगे। कांग्रेस को गालियां देने के अलावा वे कोई काम नहीं करते हैं। चुनावी संस्थाएं उनके अधीन हैं। चुनाव में घोटाले हो रहे हैं।

मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पिछले 11 साल से विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। इस दौरान उन्होंने ईवीएम को लेकर भी निशाना साधा।

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मणिपुर का उठाया मुद्दा

वक्फ संशोधन अधिनियम पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “महत्वपूर्ण सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय, सरकार ने संसद में सुबह 3-4 बजे तक सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए बहस की। मणिपुर जैसे मुद्दों पर, सुबह 4:40 बजे बहस शुरू हुई।”

खड़गे बोले, “मैंने अमित शाह से कहा कि हमें अगले दिन इस पर चर्चा करनी चाहिए क्योंकि हमें इस मुद्दे पर बोलना है लेकिन सरकार इस पर सहमत नहीं हुई। इससे पता चलता है कि सरकार जनता से कुछ छिपाना चाहती है और अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है।”

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चुनावी प्रक्रिया पर उठाए सवाल

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि पूरी दुनिया के विकसित देश ईवीएम को छोड़कर बैलेट पेपर से वोटिंग करा रहे हैं, लेकिन हम अभी भी ईवीएम पर निर्भर है। ये सब फ्रॉड है। सरकार ने ऐसे तरीके ईजाद कर लिए है, जिससे सिर्फ उन्हें ही फायदा मिल रहा है।

खड़गे ने कहा कि आने वाले समय में देश के नौजवान उठ खड़े होंगे और ईवीएम के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। वे कहेंगे कि उन्हें ईवीएम नहीं चाहिए।