गाजियाबाद के सांसद एवं सड़क परिवहन एवं राज्य मार्ग राज्यमंत्री भारत सरकार जनरल वीके सिंह ने कहा कि शहीद मेजर आशाराम त्यागी के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि शहीद को याद करने का मतलब उनकी वीरता को याद करना है। जनरल वीके सिंह यहां अमर शहीद मेजर आशाराम त्यागी की 81वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस मौके पर राजनीतिक व सामाजिक लोगों ने मेजर आशाराम त्यागी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
वीके सिंह ने कहा कि देश में कोई भी विपदा आने पर जवानों की ही मदद ली जाती है। इस लिए सेना का सम्मान जरूरी है। इसके राष्ट्र भावना जाग्रत होती है। उन्होंने कहा सेना में जाकर इंसान का नजरिया ही बदल जाता है। उसके लिए देश की सर्वोपरि होता है। सेना में जाति धर्म का कोई भेदभाव नहीं होता है। सीएए को लेकर देश में मच रहे घमासान को लेकर वीके सिंह ने कहा कि जो भारत का नागरिक है उसे देश से कैसे बाहर निकाला जा सकता है। लेकिन सीएए को लेकर कुछ राष्ट्र विरोधी ताकत देश में फूट डालने का भ्रम फैला रही हैं। उससे सबको सावधान रहने की जरुरत है।
क्षेत्रीय विधायक डॉ. मंजू शिवाच ने कहा कि जो देश अपने शहीदों के पराकर्म और अपनी संस्कृति को भूल जाता है वह देश भविष्य मेंं समाप्त हो जाता है। पालिका चेयरमैन अशोक माहेश्वरी ने कहा कि देश की सीमाओं पर विषम परिस्थितियों में देश की सेवा में रत सैनिकों के कारण ही आज हम निर्भय होकर खुले मेंं सांस ले रहे हैं। समारोह की अध्यक्षता निवाड़ी के पूर्व चेयरमैन दयानंद त्यागी ने की। इस मौके पर किठोर के विधायक सत्यवीर त्यागी, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल,स्टेशन अधीक्षक ओमेंद्र सिंह, ईओ शिवराज सिंह, ललित त्यागी, जसवीर त्यागी, ब्रजेश त्यागी आदि मौजू्द रहे ।
भारत-पाक लड़ाई मेंं शहीद हुए थे मेजर आशाराम त्यागी 1965 की भारत-पाक लड़ाई में निकटवर्ती गांव फतेहपुर सीकरी निवासी मेजर आशाराम त्यागी जोहर दिखाते हुए शहीद हो गए थे। उन्होंने इस लड़ाई में पाकिस्तान के पांच टैंकों को ध्वस्त कर दिया। इसके लिए उनको मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।