एक टीवी चैनल की डिबेट के दौरान भाजपा के सांसद व प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि सौ साल पहले महात्मा गांधी की कांग्रेस तुर्की के खलीफा के साथ खड़ी थीं और आज राहुल गांधी की कांग्रेस मिया खलीफा के साथ है। कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप से उनका सवाल था कि और कितना नीचे आओगे।

सुंधाशु ने कांग्रेस प्रवक्ता से कहा कि कैसे- कैसे लोगों को आपने अपने साथ ले लिया है। एक दौर था जब कांग्रेस में एनी बेसेंट, भीकाजी कामा जैसी महान विदेशी महिलाएं थीं। भाजपा प्रवक्ता ने चक्का जाम का उपहास करते हुए कहा कि 40 किसान यूनियनों के साथ 2 करोड़ किसानों के हस्ताक्षर के दावे वाली कांग्रेस व कामरेड दो राज्यों में भी ढंग से चक्का जाम नहीं कर पाये। उल्टे दीदी की नाक तले बंगाल में बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के हुजूम ने तो चक्का जाम के दावे का जुलूस ही निकाल दिया।

गौरतलब है कि किसान यूनियनों ने शनिवार को यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड को छोड़कर बाकी सारे देश में तीन घंटे के लिए चक्का जाम किया था। दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड में यूं तो चक्‍का जाम नहीं था पर पुलिस सतर्क थी। संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया था किसानों के ‘चक्का जाम’ को देश भर में जबरदस्त समर्थन मिला। किसान संगठनों का कहना है कि चक्का जाम ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि देश भर के किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ एकजुट हैं।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम वार्ता के लिए तैयार हैं, गेंद सरकार के पाले में है। हमने सरकार को स्पष्ट रूप से बता दिया है कि कृषि कानूनों पर उसका प्रस्ताव हमें स्वीकार नहीं है। वह अब नया प्रस्ताव लेकर आए। संयुक्त किसान मोर्चा कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से निरस्त करने और एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग पर दृढ़ है। किसान नेता दर्शनपाल ने कहा कि ससंद में कृषि मंत्री द्वारा किसानों के संघर्ष का अपमान किया गया कि केवल एक राज्य के किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं, लेकिन आज के देशव्यापी चक्का जाम ने एक बार फिर साबित किया कि देश भर के किसान इन कानूनों के खिलाफ एकजुट हैं। किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन किया।