पंजाब में भारत-पाकिस्तान के अटारी बॉर्डर पर स्थित ‘स्वर्ण जयंती द्वार’ का बीते साल पुनर्निर्माण किया गया था। जिसके बाद इसे विजिटर गैलरी का रूप दिया गया है। हैरानी की बात ये है कि पुनर्निर्माण के बाद एक साल तक इस विजिटर गैलरी पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का चित्र नहीं लगाया गया। जब ये खबर मीडिया की सुर्खियां बनीं तो बापू के शहीदी दिवस से पहले अटारी बॉर्डर पर तस्वीर लगाई जा सकी।
इस विजिटर गैलरी का उद्घाटन जनवरी 2019 में केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था। इस संबंध में बीएसएफ का कहना है कि महात्मा गांधी की तस्वीर विजिटल गैलरी में लगा दी गई है और आने वाले दिनों में बनने वाले म्यूजियम में भी देश के अन्य हीरो के साथ भी महात्मा गांधी की तस्वीर लगायी जाएगी।
बता दें कि पहले भारतीय सीमा की तरफ स्वर्ण जयंती द्वार पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर लगी होती थी, जबकि पाकिस्तान की तरफ मोहम्मद अली जिन्ना की। लेकिन पुनर्निर्माण के बाद से भारत की तरफ से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर गायब हो गई, जबकि पाकिस्तान की तरफ मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर अभी भी लगी हुई है।
नई दिल्ली स्थित बीएसएफ हेडक्वार्टर के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर शुभेन्दु भारद्वाज ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि अटारी बॉर्डर पर बनायी गई विजिटर गैलरी में महात्मा गांधी की एक बड़ी तस्वीर लगायी जाएगी।
अटारी बॉर्डर पर विजिटर गैलरी अगस्त 2018 में बनकर तैयार हुई थी, और जनवरी 2019 में केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका उद्घाटन किया था। अभी जो विजिटर गैलरी बनायी गई है, उस पर पाकिस्तान की तरफ से दिखने वाली साइड में ‘First Line of Defence’ लिखा गया है, जबकि पहले स्वर्ण जयंती द्वार पर पाकिस्तान की तरफ से दिखने वाली तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर और टॉप पर राष्ट्रीय ध्वज दिखाई देता था।
बता दें कि अटारी बॉर्डर पर, जिसे पाकिस्तान की तरफ से वाघा बॉर्डर भी कहा जाता है, उस पर हर दिन शाम में रिट्रीट सेरेमनी होती है, जिसमें बड़ी संख्या में दोनों ही देशों की तरफ से लोग शामिल होते हैं। नई गैलरी का निर्माण करने वाले सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट के इंजीनियर से जब इस मसले पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास मीडिया से बात करने की अथॉरिटी नहीं है।
बीएसएफ के जालंधर स्थित पंजाब फ्रंटियर हेडक्वार्टर के पीआरओ ने भी इस मामले पर मीडिया से बात करने की अथॉरिटी ना होने की बात कही।