महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। इस बीच राजनीतिक दलों का चुनाव प्रचार जारी है। महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन और महाविकास आघाड़ी गठबंधन के बीच जबरदस्त लड़ाई है। इसी क्रम में महायुति गठबंधन की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यवतमाल और हिंगोली में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। यवतमाल में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने अपनी लाल चौक की यात्रा के बारे में बात की थी।

कश्मीर में अब आप सुरक्षित हैं- अमित शाह

कुछ हफ्ते पहले सुशील कुमार शिंदे ने कहा था कि जब वह गृह मंत्री थे और लाल चौक गए थे तो उस दौरान वह डरे हुए थे। इसी का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि अब आप अपने पोते-पोतियों के साथ कश्मीर जाए, आप सुरक्षित रहेंगे। अमित शाह ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और दुनिया की कोई भी ताकत इसे हमसे नहीं छीन सकती।

अमित शाह ने कहा, “सुशील शिंदे पूर्व गृह मंत्री थे और वह कहते थे कि कश्मीर के लाल चौक पर जाने में डर लगता है। उन्हें डर लगता था कि आतंकवादी कहीं गड़बड़ ना कर दें। लेकिन अब मैं कहना चाहता हूं सुशील शिंदे जी से कि वह कश्मीर जाए, अपने पोते-पोतियों को लेकर जाए और शिकारा में घूमिए, अब कोई डर नहीं है।”

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राहुल गांधी पर अमित शाह ने साधा निशाना

हिंगोली में भी अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उनके निशाने पर कांग्रेस और उद्धव गुट की शिवसेना रही। अमित शाह ने कहा, “सोनिया गांधी ने अपने बेटे को 20 बार लांच करने का प्रयास किया। महाराष्ट्र चुनाव उनका ‘राहुल प्लेन’ 21वीं बार दुर्घटनाग्रस्त होगा। राहुल गांधी को याद रखना चाहिए कि उनकी चौथी पीढ़ी भी आ जाए, तब भी अनुच्छेद 370 बहाल नहीं हो पाएगा। उद्धव ठाकरे को राहुल गांधी से कहना चाहिए कि वह वीर सावरकर और बाल ठाकरे के बारे में दो अच्छे शब्द बोलकर दिखाएं।”

अमित शाह ने आगे कहा, “महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तय करेगा कि राज्य शिवाजी महाराज और वीर सावरकर के मार्ग पर चलेगा या औरंगजेब के। भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने शिवाजी महाराज और वीर सावरकर का मार्ग चुना जबकि महा विकास अघाड़ी ने औरंगजेब का फैन क्लब चुना। कांग्रेस ने 70 साल तक अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में रोड़े अटकाए, मोदी जी ने उसे बनवाया।”