Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। तमाम दलों की तरफ से दलबदल का खेल भी शुरू हो गया है। इसमें सबसे ज्यादा शरद पवार की एनसीपी को फायदा मिलता हुआ नजर आ रहा है। अप्रैल से अब तक बीजेपी और अजित पवार की पार्टी एनसीपी के पांच वरिष्ठ नेता एनसीपी (SP) में शामिल हो चुके हैं। गुरुवार को एनसीपी नेता भाग्यश्री आत्राम शरद पवार की पार्टी में शामिल हो गई। वह एनसीपी के मंत्री धरमराव बाबा आत्राम की बेटी हैं।
एनसीपी (SP) में शामिल होने के बाद भाग्यश्री ने कहा कि मुझे यह पसंद नहीं आया कि मेरे पिता ने अपनी पार्टी बदली और जब से वे एनसीपी के साथ महायुति में शामिल हुए, तब से काम कर रहे थे। वे जनता को कल्याण का झूठा आश्वासन दे रहे थे। एनसीपी (SP) खेमे में जाने का सिलसिला अप्रैल में लोकसभा चुनाव से पहले शुरू हुआ था।
बीजेपी के टिकट ना दिए जाने के बाद में पूर्व सांसद विजयसिंह मोहिते पाटिल के भतीजे धर्यशील मोहिते पाटिल एनसीपी (SP) में शामिल हो गए। उन्हें माधा से मैदान में उतारा। इसी महीने अहमदनगर जिले के पारनेर निर्वाचन क्षेत्र से एनसीपी विधायक नीलेश लंके ने पार्टी छोड़कर एनसीपी (SP) में शामिल हो गए और उन्हें अहमदनगर सीट से मैदान में उतारा गया।
एमवीए ने लोकसभा चुनाव में जीती थी कितनी सीटें
लोकसभा चुनाव में लांके और पाटिल ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में बीजेपी प्रत्याशियों को करारी शिकस्त दी। एनसीपी (SP) ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से आठ पर जीत हासिल की। विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) की कुल संख्या 48 में से 30 थी। भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और एनसीपी का सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन केवल 17 सीटें ही हासिल कर सका। महायुति के साथियों में से अजित पवार की एनसीपी ने सबसे ज्यादा खराब प्रदर्शन किया। इसने बीजेपी की 9 और शिंदे सेना की सात सीटों के मुकाबले महज एक ही सीट पर जीत दर्ज की।
जून में लोकसभा इलेक्शन के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री सूर्यकांत पाटिल बीजेपी में दस साल रहने के बाद में शरद पवार की एनसीपी में वापस आ गए। एक महीने बाद पूर्व राज्य मंत्री और बीजेपी नेता माधवराव किन्हालकर पवार की पार्टी में शामिल हो गए। आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट की उम्मीद कर रहे महायुति के कई अन्य नेता भी एनसीपी (SP) में शामिल हो गए हैं या उसके पाले में जाने की कोशिश कर रहे हैं।
एनसीपी नेता ने शरद पवार की पार्टी जॉइन की
17 जुलाई को पिंपरी चिंचवाड़ क्षेत्र के एनसीपी नेता अजीत गव्हाणे ने अजीत एनसीपी छोड़कर एनसीपी (SP) में शामिल हो गए, उन्हें उम्मीद थी कि वह भोसरी विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी (SP) के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। 4 सितंबर को कोल्हापुर जिला इकाई के पूर्व बीजेपी प्रमुख समरजीत सिंह घाटगे भी बीजेपी को छोड़कर शरद पवार की एनसीपी में शामिल हो गए। वे आगामी विधानसभा चुनावों में कोल्हापुर जिले की कागल सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद कर रहे हैं।
कई लोग हमारी पार्टी से संपर्क में- जयंत पाटिल
पूर्व बीजेपी विधायक बापूसाहेब पठारे पहले ही दावा कर चुके हैं कि वह शरद पवार की पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। एनसीपी (SP) की महाराष्ट्र इकाई के चीफ जयंत पाटिल ने कहा कि उन्हें पठारे द्वारा एनसीपी (SP) के लिए समर्थन मांगने की जानकारी नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह सच है कि कई लोग हमारी पार्टी से संपर्क कर रहे हैं। हम बाकी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को उनकी साख की पुष्टि करने के बाद ही शामिल करेंगे। हाल ही में जुन्नार से एनसीपी विधायक अतुल बेनके ने एनसीपी (SP) चीफ से मुलाकात की थी। वे अपने पोस्टरों में शरद पवार की फोटों का इस्तेमाल करते रहे हैं।