महाराष्ट्र में सत्ता के बंटवारे पर शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से लिखित आश्वासन मांगा है। इसके लिए बीजेपी पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को महाराष्ट्र में अगली गठबंधन सरकार के लिए ‘सत्ता के बराबर बंटवारे’ पर लिखित आश्वासन की मांग की। शिवसेना के एक विधायक ने यह जानकारी दी।
ठाकरे के आवास पर नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में मांग की गई है कि शिवसेना प्रमुख के बेटे उद्धव ठाकरे को नई सरकार में मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलनी चाहिए। पार्टी के विधायक के मुताबिक अगर ऐसा नहीं होता है तो ठाकरे ने कहा है कि उनके पास ‘अन्य विकल्प मौजूद हैं।
मुलाकात के बाद बाहर निकले पार्टी के नेता प्रताप सरनाईक ने कहा कि ‘शिवसेना ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कम सीटों पर चुनाव लड़ा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा को मेरे आवास पर अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में सीटों के बंटवारे और सत्ता के बराबर बंटवारे के बारे में लिखित आश्वासन देना चाहिए। हमारी बैठक में यह फैसला हुआ है।’
दरअसल, उनसे पूछा गया था कि क्या शिवसेना बीजेपी के मौजूदा मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के स्थान पर अपना खुद का मुख्यमंत्री बनाने के लिये कांग्रेस-राकांपा गठजोड़ की मदद लेगी।
मालूम हो कि शिवसेना 50:50 फॉर्मूले के तहत पहले ढाई साल के लिए अपना सीएम बनाने की मांग पर अड़ी है। घोषित हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों में सत्तारूढ़ भाजपा को 17 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। निवर्तमान विधानसभा में बीजेपी के पास 122 सीटें हैं।
इस घटनाक्रम से राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उद्धव ठाकरे नीत पार्टी कड़ी सौदेबाजी कर सकती है। हालांकि, शिवसेना की सीटों की संख्या भी 2014 के 63 की तुलना में घट कर 56 हो गई है। वहीं एनसीपी और कांग्रेस ने 288 सदस्यीय विधानसभा में क्रमश: 56, 54 और 44 सीटें जीती हैं।